जौनपुर(www.arya-tv.com) माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा के मूल्यांकन में जनपद के एक केंद्र की भारी खामी उजागर हुई है। हाईस्कूल की परीक्षार्थी के सामाजिक विज्ञान विषय में अनुपस्थित दर्शा दिया गया।
उच्च न्यायालय द्वारा रिपोर्ट मांगी गई तो भूल बताते हुए 18 अंक मिलने की आख्या प्रस्तुत की गई। परीक्षार्थी के आवेदन पर जब उत्तर पुस्तिका मंगाई तो उसे 48 अंक मिले थे। न्यायालय की नाराजगी को गंभीरता से बोर्ड ने जिला विद्यालय निरीक्षक से दोषी को चिन्हित कर बुधवार तक आख्या मांगी है।
बांदा जनपद की कापियां मूल्यांकन के लिए जौनपुर में आई थी। सरस्वती बाल मंदिर इंटर कालेज मूल्यांकन केंद्र पर हाईस्कूल सामाजिक विज्ञान विषय में परीक्षार्थी प्रियंका अनुक्रमांक 1525505 को ओएमआर सीट पर एबी (अनुपस्थित) दर्शाया गया था। परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद परिषद की ग्रीवांस सेल में नौ जुलाई को प्रत्यावेदन दिया कि वह सामाजिक विज्ञान विषय में उपस्थित थी। उसे अनुपस्थित दिखाकर फेल कर दिया गया है। बोर्ड द्वारा सरस्वती बाल मंदिर इंटर कालेज से अंक की मांग की गई। कालेज ने 17 सितंबर को 18 अंक मिलने की आख्या प्रस्तुत किया।
बांदा को उपलब्ध करा दिया गया। इस परीक्षाफल से भी छात्रा संतुष्ट नहीं हुई। उसने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर जांच गई उत्तर पुस्तिका के पुन: अवलोकन की मांग की। न्यायालय के आदेश पर 18 दिसंबर को जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से विद्यालय से मंगाई गई उत्तर पुस्तिका की जांच की गई तो उसमें परीक्षार्थी को 48 अंक मिले थे। न्यायालय ने इस लापरवाही पर कड़ी आपत्ति जताई।