मेरठ (www.arya-tv.com)। खेल ऐसा क्षेत्र है जिसमें हर कोई एक दूसरे को हराकर आगे बढ़ता है, लेकिन इससे पहले कि सच्चाई भी यही है कि खिलाड़ी एक दूसरे को देख कर ही खेल में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी होते हैं। मेरठ की पहलवान प्रियंका सिंह ने भी अपनी ममेरी बहन अंतरराष्ट्रीय पहलवान अलका तोमर को देखकर कुश्ती शुरू की।
अल्का के दांव देख लोगों ने सराहा। वह आगे बढ़ती गई और उनके पीछे उन्हें देखने वाली अन्य बेटियां भी आगे बढ़ने को आतुर हो उठी। प्रियंका भी अपनी ममेरी बहन की तरह ही दंगल में दांव लगाकर देश का नाम ऊंचा करना चाहती थी।
पिता ने प्रोत्साहित किया। भाई ने आगे बढ़ने को प्रेरित किया और प्रियंका ने भी कदम बढ़ा कर कुश्ती के नेट पर माथा टेक दिया। उनकी लगन और मेहनत का ही नतीजा है कि प्रियंका सिंह ने प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता से लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता तक करीब 47 पदक जीते हैं। एक-एक कर सीमाओं को पार करती आगे बढ़ी प्रियंका सिंह ने देश का नाम रोशन किया।