Arya News: Lucknow (Kajal)
फ़ेडरल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी (फ़ेमा) के वरिष्ठ अधिकारी ब्रोक लोगो का कहना है कि समुद्री तूफ़ान की वजह से नज़दीकी इलाक़ों में बाढ़ भी आ सकती है.
फ़्लोरेंस तूफ़ान की रफ़्तार 165 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है. ब्रोक लोगो का कहना है कि इतनी तेज़ हवा की वजह से ख़तरा बना हुआ है.
उन्होंने चेतावनी दी है,. कि वर्जिनिया और कैरोलाइना में बताया गया की कई इंच नहीं बल्कि कई फुट तक पानी भर सकता है.
उन्होंने ये चेतावनी भी दी है कि तूफ़ान की रफ़्तार पहले से भले ही कम हो गई हो, लेकिन उसकी वजह से होने वाली भारी बारिश में कोई कमी नहीं होगी. उनका कहना है की समय तेज़ी से ख़त्म हो रहा है, समुद्र में उफ़ान आने ही वाला है.
मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि फ़्लोरेंस का असली असर शुक्रवार को स्थानीय समय के हिसाब से सुबह आठ बजे के आसपास नज़र आएगा.
नेशनल हरीकेन सेंटर ने एक अपडेट जारी करते हुए पुष्टि की है कि फ्लोरेंस श्रेणी 2 का चक्रवात हो सकता है. इस दौरान 155 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवाएं चलेंगी.
उत्तरी कैरोलिना में तेज हवाएं चलाने लगी हैं और सड़के पानी से भर गई हैं. फ्लोरेंस में तेज हवाओं के कारण 150,000 से ज़्यादा घरों की बिजली चली गई है. उत्तरी कैरोलिना के लिए अमरीका के प्रतिनिधि ने फॉक्स न्यूज को बताया कि इस तूफ़ान के कारण कैरोलिना को अक्टूबर तक बिना बिजली के रहना पड़ सकता है.
नुकसान की आशंका को देखते हुए उत्तरी कैरोलाइना, दक्षिणी कैरोलाइना और वर्जिनिया के तटीय इलाकों से लगभग 17 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का आदेश दिया गया है.
फ़्लाइट अवेयर डॉट कॉम के मुताबिक 1400 से अधिक उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. तटीय इलाकों के अधिकतर हवाई अड्डों को बंद कर दिया गया है.