उपचुनाव में मिली हार का साइड इफेक्ट, भंग होगी कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी

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भोपाल।(www.arya-tv.com)  उपचुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस अब एक बार फिर अपने संगठन को नए सिरे से चाक चौबंद करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए प्रदेश की जंबो कार्यकारिणी को भंग किए जाने पर विचार चल रहा है।

आठ सौ से अधिक पदाधिकारियों की भारी भरकम कार्यकारिणी को भंग कर इसके स्थान पर छोटी कार्यकारिणी बनाई जाएगी लेकिन इस प्रक्रिया के पूरी होने तक एक तदर्थ समिति का गठन किया जाएगा जो नगरीय निकाय चुनाव तक पीसीसी का संचालन करेगी।

पार्टी हाईकमान की सलाह पर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ जल्द ही कार्यकारिणी को भंग करने का ऐलान कर सकते हैं। इसके साथ ही जिलों की कार्यकारिणी भी भंग की जाएगी। गौरतलब है कि ढाई साल पहले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने संगठन में थोक में अपने नेताओं को पद बांटे थे।

इसके अलावा जिलों के जिलाध्यक्ष के अलाव तीन से चार नेताओं को कार्यकारी जिलाध्यख बनाया गया था और दर्जनों को महामंत्री, उपाध्यक्ष जैसे पद दिए गए थे। इसके पीछे संगठन का उद्देश्य नेताओं को पद देकर उन्हें सक्रिय करना था। चुनाव में इसका फायदा भी उसे मिला। पार्टी हाईकमान अब नए सिरे से संगठन को गढऩा चाह रहा है। सूत्रों की मानें ता उसने तय किया है कि जल्द ही प्रदेश कार्यकारिणी को भंग कर दिया जाए और उसके स्थान पर तदर्थ समिति बना दी जाए। इस समिति में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को रखा जाएगा। जो संगठनात्मक गतिविधियों का हिस्सा होंगे।