मौसम का बदलाव और गेहूं की फसल को बोने का यह सबसे अच्छा समय है यह बात कमालपुर के पूर्व प्रधान शिवप्रताप सिंह गौर में खेती । उन्होंने बताया कि शीत ऋतु आते ही कुछ किसानों ने अपने खेतों में सरसों और चना जैसे बीजों को बो दिया था। जिसके चलते आज वह बीज पौधा बनकर लहलहा रहे हैं। वहीं, किसानों ने मौसम के सही होते ही गेहूं की फसल को भी बोना शुरू कर दिया है।
घरों में खड़े जंग खा रहे ट्रैक्टर आज खेतों में दौड़ते नजर आ रहे हैं।
पंक्षियों को भगाने के उपाय
पौधे निकलने के बाद खेतों में दाना चुंगने के लिए कई पंक्षियों का झुंड आ जाता है। जिसके लिए किसान कई तरह के उपाय भी करते हैं। किसान खेतों में पुआल और डंडे के सहारे मनुष्य की तरह आकृति बनाकर उसको कपड़े पहनाकर खेतों के खड़ा कर देते हैं जिससे पंक्षियों और जानवरों को भृम बना रहता है। वहीं कुछ लोग इनको भगाने के लिए लोहे या स्टील के बर्तनों को पीटकर आवाज करके उनको भगाते हैं। वहीं कुछ दीपावली में बचे हुए पटाखों से पटाखों से किसान अपना काम चला रहे है