(www.arya-tv.com)बसई नवाब और यूपी की सीमा खेरागढ़ से सटे बड़ा नगला गांव में रविवार अल सुबह करीब 3.30 बजे यूपी पुलिस और चंबल बजरी से भरे ट्रैक्टर ट्राली पर सवार बजरी माफियाओं में मुठभेड़ हो गई। इस दौरान बजरी माफिया सैया थाने में तैनात पुलिस कांस्टेबल को ट्रैक्टर से रौंद दिया और ट्रॉली में भरी बजरी को खाली कर भाग निकले। इधर, गंभीर घायल कांस्टेबल की आगरा के अस्पताल में मौत हो गई। इसके बाद यूपी पुलिस ने राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर धौलपुर जिले कौलारी थाना क्षेत्र के कई गांवों में बजरी माफियाओं को पकड़ने के लिए दबिश भी दी, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी।
सैया थाना पुलिस को सूचना मिली कि बजरी माफिया अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में चंबल से भरी बजरी लेकर राजस्थान से उत्तर प्रदेश की ओर जा रहे हैं। इस सूचना पर सैया थाना पुलिस ने नाकाबंदी शुरू कर दी। इस दौरान कुछ ट्रैक्टर-ट्रॉली वहां आए, जिन पर सवार माफियाओं ने जैसे ही पुलिस की नाकाबंदी देखी, वैसे ही उन्होंने अपने-अपने वाहनों की रफ्तार बढ़ा दी और नाकाबंदी तोड़कर भागने लगे। इस पर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो माफियाओं ने नाकाबंदी कर रहे पुलिसकर्मियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास किया।
इस बीच एक पुलिस कांस्टेबल सोनू चौधरी पर ट्रैक्टर-ट्रॉली चढ़ा दी। इससे सोनू गंभीर रूप से घायल हो गया। इस बीच जब अन्य पुलिसकर्मी उसे संभालने लगे तो बजरी माफिया मौके का लाभ लेकर वहां से भाग निकले और कुछ दूर जाकर ट्रॉलियों में भरी बजरी को खाली कर फरार हाे गए। बजरी माफियाओं द्वारा इस घटना के बाद पुलिसकर्मियों ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। सूचना पाकर तत्काल ही मौके पर आगरा सिटी एसपी रोहन बोत्रे पहुंच गए, जहां उन्होंने घायल कांस्टेबल सोनू चौधरी को पुलिस जाब्ते के साथ आगरा अस्पताल भिजवाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
माफिया को पकड़ने के लिए पुलिस ने खगरपुर गांव में की घेराबंदी
यूपी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कांस्टेबल साेनू चौधरी को ट्रैक्टर-ट्रॉली से रौंदने के बाद फरार चंबल बजरी माफिया कौलारी थाना इलाके के ही किसी गांव के हैं। इसके चलते यूपी पुलिस ने क्षेत्र के गांव खरगपुर की घेराबंदी कर रखी है। उल्लेखनीय है कि धौलपुर जिले से चंबल बजरी का अवैध कारोबार रोजाना बेखौफ हो रहा है। पूर्व में भी धौलपुर पुलिस ने बजरी माफिया पर अंकुश लगाने के लिए कई बार धरपकड़ अभियान चलाया। बावजूद इसके चंबल माफिया लगातार सक्रिय हैं।
दबिश के बाद भी नहीं लगा कोई सुराग
इधर, कांस्टेबल की मौत के बाद यूपी पुलिस ने बसई नवाब पुलिस के साथ कौलारी थाना क्षेत्र के किसी गांव में कांस्टेबल की हत्या के आरोपी बजरी माफियाओं को छिपे होने की आशंका पर कई गांवों में दबिश दी, लेकिन उनका पता नहीं चल सका। दबिश देने के लिए यूपी पुलिस की कई गाड़ियों को एक साथ जाता देख लोगों में किसी बड़ी घटना होने की संभावना को लेकर चर्चा का विषय बना रहा। वहीं चंबल बजरी माफियाओं को रोकने के दौरान माफियाओं द्वारा यूपी पुलिस पर फायरिंग करने की भी चर्चा है।
पहले भी पुलिस पर हमला कर चुके हैं माफिया
पुलिस और चंबल बजरी माफियाओं के बीच मुठभेड़ होने की यह कोई पहली घटना नहीं है। इसके पूर्व भी यूपी पुलिस पर चंबल बजरी माफिया हथियारों से हमला कर चुके हैं। बताया गय है कि कुछ माह पूर्व ही बसई नवाब पुलिस चौकी के समीप खेरागढ़ थाना क्षेत्र के गांव खुशियापुर में चंबल बजरी माफिया पुलिस पर हथियारों से फायर कर फरार हो गए थे।