सिवनी के गोदाम में इल्ली लगा चावल पहुंचाया
भोपाल।(www.arya-tv.com) राजधानी समेत पूरे प्रदेश में हर वर्ग के लोगों के लिए आवास निर्माण करने वाले मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल पर जोर अब प्लॉटों को बेचने पर है। मामले पर हाउसिंग बोर्ड अधिकारी कर्मचारी संघ ने आपत्ति दर्ज कराई है। संगठन पदाधिकारियों ने बताया कि बोर्ड अपने मूल उद्देश्य से भटक गया है।
सस्ते दामों पर आवास उपलब्ध कराने के स्थान पर जमीनों का व्यापार किया जा रहा है। मामले पर कर्मचारी संघ ने नगरीय विकास एवं आवास विभाग समेत बोर्ड को भी पत्र लिखा है। हाउसिंग बोर्ड कर्मचारी संघ के अध्यक्ष बलवंत रघुवंशी ने बताया कि बीते सालों में लोगों को राहत देने का काम बोर्ड ने बंद कर दिया।
तब दस से 25 प्रतिशत बुकिंग राशि पर संबंधित क्षेत्रों में कम दरों पर आवास उपलब्ध कराए जाते थे। बाकी राशि जमा करने के लिए भी 15 सालों तक किश्तों की सुविधा बोर्ड देता था। इससे हरआय वर्ग के लोगों को आवासों की उपलब्धता होती थी। इस योजना को बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि बोर्ड ने एकमुश्त आधार पर विक्रय की योजना शुरू की है। ऐसे वर्ग जिसके पास आय का बड़ा साधन नहीं है वह आवास खरीदने से वंचित रह जाता है। इसका फायदा भी पूंजीपति और रियल एस्टेट सेक्टर कारोबारी इसका फायदा उठा रहे हैं।