(Arya News Lucknow )Kaushal :
पिछले कई दिनों से केरल के कई क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति और भी गंभीर हो गई है। पिछले दो हफ़्तों में केरल के 14 ज़िले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ की वजह से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर अब 67 हो गई है।
सरकारी अधिकारियों ने बुधवार शाम को बताया कि 15 अगस्त के दिन बाढ़ की वजह से 25 लोगों की मौत हुई। बाढ़ से प्रभावित सभी ज़िलों में राहत शिविर लगाए गए हैं।
एक लाख से अधिक लोग घरबार छोड़कर इन राहत शिविरों में रह रहे हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों मे बिजली आपूर्ति, संचार प्रणाली और पेयजल आपूर्ति समस्याओं के कारण NDRF की टीम को लोगो से संपर्क कर पाना काफी मुश्किल है । यहाँ ट्रेन सेवाएं बाधित हैं और सड़क परिवहन सेवाएं भी अस्त-व्यस्त हैं और जगह-जगह सड़कें पानी में डूब गई हैं।
अधिकारियों के अनुसार, कासरगोड़ को छोड़कर बाकी सभी ज़िलों में शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है।
कॉलेजों और महाविद्यालयों में परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं । पलक्कड, वायनाड और कोच्चि कुछ ऐसे ज़िले हैं जिन्होंने कभी ऐसी आपदा का सामना नहीं किया।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के प्रति सकारात्मक रुख अपनाया है और राज्य में बाढ़ के हालात पर उनसे विस्तार से चर्चा हुई है।
विजयन ने मंगलवार को इस साल के ओणम उत्सव को रद्द करने की घोषणा कर दी थी ।ये उत्सव राज्यभर में मनाए जाने वाले सबसे बड़े त्योहारों में से एक है।
लेकिन केरल सरकार ने राज्यभर में सांस्कृतिक समारोह आयोजित करने के लिए दी जाने वाली 30 करोड़ रुपये की राशि को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में दिए जाने का फ़ैसला किया है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने लोगों से बाढ़ राहत कोष में मदद करने का आग्रह भी किया है।
जोन्स नाम के एक बचावकर्मी ने बताया, “कोच्चि के जिस मोहल्ले में हम गए थे, वहाँ बच्चों समेत क़रीब 200 लोग फंसे हुए हैं ।वो परेशानी में हैं लेकिन अपनी संपत्ति छोड़ने से इनकार कर रहे हैं ।कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा परिसर में पानी घुस जाने के कारण उसे शनिवार तक बंद करने की घोषणा की गई है।
केरल सरकार ने राज्य के सभी छोटे-बड़े 27 बाँध खोल दिए हैं ।इस वजह से रबर, चाय और ताड़ के खेतों में पानी भर गया है।