आखिर क्यों मनाया जाता है कारगिल विजय दिवस?

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(Arya News Lucknow):Praveen

कारगिल युद्ध को भारत पाकिस्तान के बीच का महत्वपूर्ण युद्ध माना जाता है, जिसे भारतीय सैनिकों की वीरता के लिए सदेव याद रखा जाएगा. कारगिल युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ लड़ते हुए भारतीय सेना ने अपने कई जवानों को खो दिया, लेकिन हमारे जवान अंत तक लड़ते रहे और भारत की विजय पताका फहराई…। इस जीत के पीछे न जाने कितने लोगों ने अपना सब कुछ हारा है। ममता भरे आंचल, तो कितनी चूड़ियों ने अपनी खनक खोई…राखियों ने अपना अधिकार खोया, तो कई मासूम अपने सिर से पिता का साया खो बैठे, लेकिन भारत की जीत में हिस्सेदार रहे। आखिर क्या कोई मोल चुका सकता है, इन खोई हुए संवेदनाओं का?Image result for kargil war

1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए इस युद्ध का कारगिल युद्ध का नाम दिया गया और लगातार 60 दिनों तक जारी रहने के बाद 26 जुलाई 1999 को यह युद्ध भारत की जीत के साथ समाप्त हुआ। पहले इसे ऑपशरेशन विजय नाम दिया गया और बाद में इस दिन को कारगिल विजय दिवस के नाम से मनाया जाने लगा तभी से हर साल इस दिन को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।

1947 में भारत को अंग्रेज़ो से आजादी तो मिल गई थी, लेकिन यह आजादी भारत को पाकिस्तान से अलग होने की बहुमूल्य कीमत पर मिली थी. पाकिस्तान हिन्दुस्तान से अलग तो हो गया था, लेकिन पाकिस्तान की  कश्मीर की नापाक मांग भारत का ताज बना रहा.

पाकिस्तान ने कश्मीर को भारत से चुराने की कई बार नापाक कोशिश की लेकिन, 1999 में पाकिस्तान को ऐसी मार खानी पड़ी कि उसने फिर कभी भारत की तरफ मुड़ कर नहीं देखा

कारगिल में भारत को विजय हासिल किए आज 18 साल हो गए हैं। आज पूरा देश कारगिल विजय दिवस मना रहा है। कारगिल के 18 हजार फीट की ऊंचाई पर 26 जुलाई 1999 को भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई लड़ी गई थी.

कारगिल विजय दिवस मे कब-कब, क्या-क्या हुआ।

– 3 मई 1999 में एक चरवाहे ने पाक के घुसपैठ की खबर भारतीय सेना को दी।

– 5 मई को कारगिल के बटालिक सेक्टर में भारतीय पेट्रोलिंग टीम पर हमला हुआ। भारतीय सेना ने पहले इसे जिहादी हमला समझा, लेकिन बाद में पता चला कि कुछ जिहादियों के साथ पाक ने अपनी सेना भी हमले के लिए भेजी है। उसी दौरान पाक ने पेट्रोलिंग टीम के पांच जवानों को पकड़ लिया और उनकी हत्या कर दी।

– 9 मई को पाक ने कारगिल में भारत के गोला-बारूद स्टोर को तहस-नहस कर दिया था।

– 10 मई को पहली बार लद्दाख प्रवेश द्वार पर पाकिस्तानी घुसपैठियो को देखा गया।

Image result for atal bihari vajpayee says as vijay diwas-26 मई को भारतीय वायुसेना को कार्यवाही के आदेश दिए गए।

-भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ मिग-27 और मिग-29 का इस्तेमाल करते हुए कार्यवाही शुरू कर दी।

– 28 मई को वायुसेना के एक हैलीकाॅप्टर को पाक ने मार गिराया, जिसमें भारतीय सेना के चार जवान मारे गए थे।

-6 जून को भारतीय सेना ने पूरी ताकत से जवाबी कार्यवाही शुरू की और पाकिस्तान के दो चौकियों पर कब्जा कर लिया।

-11 जून को भारत ने जनरल परवेज मुशर्रफ और आर्मी चीफ लेफ्टीनेंट जनरल अजीज खान की एक रिकाॅर्डिंग जारी कर दी, जिससे साफ हो गया कि घुसपैठ में पाक आर्मी का हाथ है।

-15 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति बिल किलिंटन और परवेज मुशर्रफ की बातचीत हुई, जिसमें बिल किलिंटन ने परवेज मुशर्रफ को सुझाव दिया कि वे अपनी फौज को कारगिल से वापस बुला लें।

-2 जुलाई को भारतीय सेना ने कारगिल पर तीनों तरफ से हमला बोल दिया टाइगर हिल पर अपना कब्जा कर लिया।

-11 जुलाई को पाक सेना ने बटालिक से भागना शुरू कर दिया।

-14 जुलाई को प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने ऑपरेशन विजय की जीत की घोषणा कर दी थी।

-26 जुलाई को पीएम अटल बिहारी बाजपेयी ने इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की।