ट्रैक्टर-ट्राॅली लेकर कलेक्ट्रेट में जबरन घुसे किसान, बेबस नजर आए पुलिसकर्मी

UP

(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में सोमवार को किसानों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ कलेक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान किसान ट्रैक्‍टर-ट्रॉली लेकर सीधे कलेक्ट्रेट परिसर में घुसने का प्रयास करने लगे। वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन किसानों के तेवर को देखते हुए पुलिस कर्मी असहाय नजर आए।

केंद्र के तीन प्रस्तावों का विरोध कर रहे थे सपाई

सोमवार को जिले के किसान बड़ी संख्या में एकत्र होकर कलेक्ट्रेट पर पहुंचे। किसान अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। यहां जब किसान अंदर घुसने लगे तब गेट पर तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन किसानों के तेवर देखते हुए उनकी एक न चली। पुलिस कर्मी असहाय दिखाई दिए। किसान अंदर परिसर में पहुंच कर नारेबाजी करने लगे। किसान किसान केंद्र सरकार के तीन प्रस्‍ताव का विरोध कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्‍होंने बेरोजगारी और अन्‍य कुछ अन्‍य मुद्दों पर भी सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई है।

किसान केंद्र सरकार के जिन तीन प्रस्तावों का विरोध कर रहे हैं, उनमें किसान उत्पाद, व्यापार और वाणिज्य अध्यादेश 2020 भी शामिल हैं। अब तक हर व्यापारी केवल मंडी के जरिए ही किसान की फसलों के खरीद सकता था। किसानों का कहना है कि यदि यह कानून पास हो जाता है, तो व्यापारी मंडी से बाहर भी किसान से फसल खरीद सकेंगे। इसके अलावा आवश्यक वस्तु (संशोधन) अध्यादेश और मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अध्यादेश, 2020 को लेकर भी किसानों में विरोध है।

लखनऊ तक पदयात्रा निकालने की चेतावनी

किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि गन्ने का बकाया भुगतान ना होने के कारण जहां किसान खुदकुशी कर रहे हैं। वहीं, किसानों की बेटियों की शादी भी नहीं हो रही है। ऐसे हालात में किसान विरोधी तीन नए अध्यादेश जारी करके भाजपा सरकार किसानों को अंबानी और अडानी का नौकर बनाना चाहती है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने यह अध्यादेश वापस नहीं लिए तो जल्द ही किसान लखनऊ तक पदयात्रा निकालकर विधानसभा का घेराव करेंगे। दोपहर तक किसान कलेक्ट्रेट में डेरा डाले रहे।