लखनऊ में ट्रेनों का रिहर्सल 4 से, नोएडा में एक कोच में 40-50 मुसाफिर कर सकेंगे सफर

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  • लखनऊ में एमडी कुमार केशव ने मेट्रो के अफसरों को सैनिटाइजेशन व सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए कहा
  • थर्मल स्कैनिंग के बाद ही स्टेशन पर यात्रियों को मिलेगी अनुमति, 21 मार्च से यूपी में बंद हैं मेट्रो

कोरोना महामारी के बीच करीब साढ़े पांच माह बाद अनलॉक-4 में गृह मंत्रालय ने देश में 7 सितंबर से मेट्रो के संचालन की अनुमति दी है। इसके बाद लखनऊ और नोएडा में मेट्रो को चलाने की तैयारी शुरु हो गई है। मेट्रो की फंक्शनिंग और मानकों के परीक्षण के लिए लखनऊ में चार सितंबर से मेट्रो पटरियों पर दौड़ने लगेंगी। वहीं, नोएडा में ट्रायल शुरू हो चुका है। थर्मल स्कैनिंग व आरोग्य सेतु ऐप की जांच के बाद ही मुसाफिरों को सफर की अनुमति मिलेगी।

लखनऊ में 16 ट्रेनों का होगा संचालन

लखनऊ में चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया के बीच 21 स्टेशन हैं। इसके बीच 20 ट्रेनों का संचालन होता है। सात सितंबर से 16 ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने बताया कि, ट्रेनों सभी 21 स्टेशनों पर रुकेंगी। सुबह छह बजे से रात 10 बजे तक संचालन किया जाएगा। साढ़े पांच मिनट के अंतराल पर ट्रेनें मिलेंगी। टोकन, स्मार्ट कार्ड से यात्री सफर कर सकेंगे।आरोग्य सेतु ऐप, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा। स्मार्ट कार्ड न होने पर टोकन मिलेगा, वह अल्ट्रावायलेट-रे से सैनिटाइज रहेगा।

हर दिन औसतन 70 हजार पैसेंजर करते हैं सफर

लखनऊ में मेट्रो का संचालन बीते 21 मार्च से बंद है। कोरोना संकट काल से पहले रोजाना 70 हजार यात्री मेट्रो से सफर करते थे। ऐसे में साढ़े पांच माह में करोड़ो रुपए का नुकसान एलएमआरसी को हुआ है।

नोएडा में टोकन की व्यवस्था नहीं रहेगी

नोएडा-ग्रेटर नोएडा रूट के लिए 19 ट्रेनों की व्यवस्था है। इनमें से 14 का संचालन होता है। बाकी रिजर्व रखी जाती हैं। नई गाइडलाइन के मुताबिक एक कोच में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ 40 से 50 मुसाफिर ही सफर कर सकते हैं। ऐसे में उम्मीद है कि रिजर्व ट्रेनों को भी रूट पर उतारा जा सकता है। बहरहाल, अभी एनएमआरसी ने अपनी कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। लेकिन अभी तय किया गया है कि मुसाफिरों के लिए टोकन की व्यवस्था नहीं होगी। उन्हें स्मार्ट कार्ड का प्रयोग करना होगा।

मेट्रो संचालन के लिए इस गाइडलाइन का होगा पालन

  • ट्रेन व स्टेशन में सोशल डिस्टेंसिंग की मानिटरिंग सीसीटीवी से होगी।
  • एक ट्रेन में जितने मुसाफिर जाएंगे एंट्री गेट पर ही उनकी संख्या का निर्धारण किया जाएगा।
  • मेट्रो में ताजी हवा पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। तापमान 24 से 30 डिग्री सेल्सियस ही रहेगा।
  • हर चार घंटे में लिफ्ट के बटन एक्सलेटर सैनिटाइज होगा।
  • ट्रेन के एक चक्कर पूरा होने के बाद हर बार सैनिटाइजेशन कराया जाएगा।
  • यात्रियों के लिए कोच में बैठने के लिए मास्क जरूरी।
  • बैठने के क्रम में एक सीट का गैप रखा जाएगा।
  • हर स्टेशन पर थर्मल स्कैनिंग के बाद ही यात्रियों को यात्रा की अनुमति मिलेगी। इसके लिए अतिरिक्त स्टाफ लगेगा।