कफील खान की रिहाई:मथुरा जेल से देर रात रिहा हुए डॉ कफील खान

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  • हाईकोर्ट की इलाहाबाद खंडपीठ ने दिया था कफील की रिहाई का आदेश
  • करीब साढ़े 7 महीने से मथुरा जेल में बंद हैं गोरखपुर के डॉ. कफील खान

(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश में गोरखपुर जिले के बीआरडी मेडिकल कॉलेज से जुड़े रहे डॉक्टर कफील खान को मथुरा जेल से रिहा कर दिया गया है। अपनी रिहाई के बाद कफील खान ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार उन्हें किसी अन्य मामले में फंसा सकती है। दरअसल, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत खान की हिरासत को रद्द करते हुए उनकी तत्काल रिहाई का आदेश दिया था।

खान के वकील इरफान गाजी ने बताया कि मथुरा जेल प्रशासन ने रात लगभग 11 बजे सूचना दी कि डॉ. कफील को रिहा कर दिया जाएगा और लगभग आधी रात को उन्हें छोड़ दिया गया। जेल से छूटने के बाद पीटीआई से बात करते हुए खान ने अदालत को धन्यवाद दिया और कहा, ‘मैं हमेशा अपने सभी शुभचिंतकों का शुक्रगुजार रहूंगा, जिन्होंने मेरी रिहाई के लिए आवाज उठाई। प्रशासन रिहाई के लिए तैयार नहीं था, लेकिन लोगों की प्रार्थना से मुझे रिहा कर दिया गया है।’

डॉक्टर कफील खान ने कहा, ‘रामायण में महर्षि वाल्मीकि ने कहा था कि राजा राज धर्म के लिए काम करना चाहिए। लेकिन उत्तर प्रदेश में राजा राज धर्म नहीं निभा रहे हैं। बल्कि बाल हठ (बच्चों की तरह जिद्द) कर रहे हैं।’

भडकाऊ भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार हुए थे कफील

डा. कफील खान को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), एनआरसी और एनपीए के विरोध के दौरान कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के आरोप में उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया था। हालांकि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने डॉ. कफील को तुरंत रिहा करने के आदेश दिए थे। कोर्ट ने आदेश सुनाते हुए कहा था कि एनएसए के तहत डॉक्टर कफील को हिरासत में लेना और हिरासत की अवधि को बढ़ाना गैरकानूनी है।

2017 में सुर्खियों में आए थे डॉ कफील

डॉ. कफील खान 2017 में उस समय सुर्खियों में आए थे जब गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत एक सप्ताह के भीतर हो गई थी। डॉ. खान को 2017 में गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज से निलंबित कर दिया गया था क्योंकि इंसेफेलाइटिस से प्रभावित कई शिशुओं की मृत्यु हो गई थी। उन्हें एंसेफलाइटिस वार्ड में अपने कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही बरते जाने के लिए और निजी प्रक्टिस चलाने के लिए गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, पिछले साल उन्हें अदालत ने सभी आरोपों से बरी कर दिया था।