(www.arya-tv.com)शहर में एक हनीट्रेप गैंग का पर्दाफाश हुआ है। इसमें शामिल एक महिला, उसका पति और दो साथी मिलकर इज्जतदार व पैसों वाले लोगों के बारे में जानकारी जुटाकर उनके मोबाईल नम्बरों प्राप्त करते है। फिर गैंग की महिला साथी के जरिए वाट्सअप पर मैसेज व कॉल करवाकर पीड़ित को प्रेम जाल में फंसाकर किसी फ्लैट या कमरे में बुलाते है। वहां आपत्तिजनक हालत में उनके चोरी छिपे वीडियो व फोटो लेते है। इसके बाद वीडियो वायरल करने और दुष्कर्म के मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर ब्लेकमेलिंग के जरिए लाखाें रूपए की रकम वसूल करते है। इस गैंग का मास्टर माइंड मोसिन व आसिफ पीड़ित से पांच लाख रूपये लेकर फरार हो गया है। उनकी तलाश में टीमें गुजरात व महाराष्ट्र भेजी गई है।
डीसीपी साउथ मनोज चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार 28 साल की महिला निवासी गंगापुर सिटी जिला सवाई माधोपुर हाल गोवर्धन विलास उदयपुर हाल गोनेर पुलिया के पास जयपुर में रहती है। दूसरा आरोपी महिला का पति राजेन्द्र उर्फ राज गुर्जर (30), सोनू गुर्जर (27) निवासी छार्रा थाना कोतवाली गंगापुर सिटी जिला सवाई माधोपुर एवं योगेन्द्र गुर्जर (24) निवासी नयापुरा (बडागांव) थाना नादौती जिला करौली है।
पहले दोस्ती का प्रस्ताव रखा, फिर कमरे पर अकेला बुलाकर दुष्कर्म का आरोप
डीसीपी मनोज चौधरी के मुताबिक इस संबंध में 31 जुलाई को परिवादी ने पुलिस थाना शिवदासपुरा पर एक रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि एक महिला ने उससे दोस्ती का प्रस्ताव रखा। अब उसके साथियों के साथ मिलकर बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर 20 लाख रूपये मांग रही है। जिसमें से पांच लाख रूपये ले लिये है व अब 15 लाख रुपए और देने के लिए धमकियां देकर लगातार दबाव बना रहे है। तब अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अवनीश कुमार शर्मा के सुपर विजन में तथा सहायक पुलिस आयुक्त चाकसू अर्जुनराम व शिवदासपुरा थानाधिकारी इन्द्रराज मरोडिया के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई।
रुपए देने का जाल बिछाकर गैंग को बुलाया, जंगलों में पीछा कर रंगे हाथ पकड़ा
थाना प्रभारी इंद्राज मारोडिया ने बताया कि उन्होंने पीड़ित परिवार को पूरी तरह से विश्वास में लेकर सहयोग के लिए तैयार किया। इसके बाद परिवादी से हनी ट्रैप गैंग के सदस्यों से बातचीत करवाई कि वे ब्लैकमेल नहीं करने के बदले में एक लाख रुपए उससे ले। तब गैंग तैयार हो गई। वे दौसा जिले के लालसोट थाना इलाके में गांव सवासा के जंगल पहुंचे। जहां गैंग के एक सदस्य एक को ब्लैकमेलिंग की रकम के साथ रंगे हाथों दबोच कर गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अन्य आरोपी भी पकड़े गए। पुलिस ने उनसे वारदात में प्रयुक्त एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी तथा मुल्जिम राजेन्द्र उर्फ राज के कब्जे से एक देशी कट्टा 12 बोर, एक कारतूस बरामद कर लिया।
पांच लाख रूपए पहले वसूल चुका था मास्टरमाइंड, 15 लाख के लिए बना रहे थे दबाव
यह गैंग परिवादी से 27 अगस्त को पूर्व में पांच लाख रूपये ऐंठ चुकी है। अब 15 लाख रूपये सोमवार को लेने की धमकी दी गई थी। परिवादी से पहले लिए गए 5 लाख रूपये मोसिन व आसिफ फरार हो गये और फोन बंद कर लिया। ऐसी परिस्थिति में गैंग के अपराधी व महिला कम पैसों पर सौदा करने के लिए मजबूर हो गये और दो नई साथियों के साथ मिलकर रूपये ऐंठने की योजना बनाई और कम रूपये में ही परिवादी को राजी कर लिया।