पारा मामले की हो मजिस्ट्रेट जांच:सूर्यभान शाण्डिल्य

Lucknow
  • हिन्दू जगरण मंच ने एसडीएम सरोजनीनगर को सीएम योगी के नाम सौंपा ज्ञापन
  • पारा पुलिस की कार्यशैली पर भी उठाये सवाल

लखनऊ। पारा थाना क्षेत्र में कुछ दिन पूर्व हुई एक बारह वर्षीय बच्ची की संदिग्ध मौत मामले में अब हिन्दू जागरण मंच के जिला महामंत्री सूर्यभान शाण्डिल्य ने एसडीएम सरोजनीनगर प्रफुल्ल त्रिपाठी को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपकर मजिस्ट्रेट जांच कराने की मांग की है। हिन्दू जागरण मंच के महामंत्री ने अपने पत्र में पारा पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाये हैं।

हिन्दू जागरण मंच के जिला महामंत्री सूर्यभान शाण्डिल्य बुधवार को सीएम योगी को पत्र भेजने के बाद बताया कि पारा में संदिग्ध परिस्थितियों में एक बारह वर्षीय बच्ची की मौत ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। पुलिस का कहना है कि बच्ची की मौत पानी में डूबने से हुई है जबकि बच्ची के परिजन पुलिस की इस थ्योरी को सिरे से नकार रहे हैं।

बच्ची के परिजनों का कहना है कि जिन परिस्थितियों में बच्ची का शव मिला था उससे साफ है कि उसकी रेप के बाद निर्मम तरीके से हत्या की गयी है। परिजनों के मुताबिक पुलिस घटना को दबाकर हत्यारों को बचाने का पूरा प्रयास कर रही है। श्री शाण्डिल्य का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद जब बच्ची का शव उसके परिजनों को सौंपा गया तो परिजनों ने शव लेने से यह कहकर इंकार कर दिया कि यह शव उनकी बच्ची का न होकर किसी महिला का है।

मामले ने तूल तब पकड़ा जब पुलिस ने अपनी गलती मानने के बजाये उसी शव का जबरन बल प्रयोग कर अंतिम संस्कार भी करा दिया। हिन्दू जागरण मंच का कहना है कि घटना के बाद स्वंय मंत्री स्वाती सिंह भी परिजनों से मिली थीं और सांसद कौशल किशोर ने भी इस मामले में प्रदेश के डीजीपी व लखनऊ के पुलिस कमिश्नर से फोन पर बात कर मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मां गकी थी पर उसके बाद भी पुलिस की कार्यवाही कोई संतोषजनक प्रतीत नही हो रही है।

हिन्दू जागरण मंच के जिला महामंत्री ने सीएम योगी से पत्र के माध्यम से इस पूरे मामले की मैजिस्ट्रेट से जांच कराये जाने की मांग की है ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जा सके।