सरौसा गांव में हुई घटना पर सांसद कौशल किशोर ने की डीएनए परीक्षण की मांग

Lucknow

लखनऊ। दो दिन पहले पारा थानांतर्गत सरोसा गांव की एक बेटी का शव नहर में उतराता मिला। मृतक लड़की के मां-बाप का कहना है कि उनकी बेटी के साथ बलात्कार हुआ और उसके बाद उसकी लाश नहर में फेंकी गई। परिवार का कहना है कि उसको जो डेडबॉडी सौंपी गई है वह उनकी बेटी की नहीं है। इसको लेकर सांसद कौशल किशोर ने परिजनों से बात की है।

क्या कहा सांसद ने
एक वीडियो सामने आया है जिसमें पुलिसकर्मी फावड़े से मिट्टी को खोदकर तथ्यों को मिटाने का काम करते नजर आ रहे हैं। लड़की के मां-बाप का कहना है की जो लाश पुलिस ने दी है वह मेरी बेटी की नहीं किसी और की है। फोटो में पोस्टमार्टम के बाद शव कपड़ा पहने हैं जबकि पोस्टमार्टम के पहले कपड़े उतार दिए जाते हैं। वह दोबारा पहनाये नहीं जाते, जरूरत है लड़की की लाश की और उसकी मां का डीएनए टेस्ट कराने की तभी उसकी असलियत पता चलेगी और अगर लड़की की लाश बदली गई है तो यह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की बहुत बड़ी घटना है और इस पर मैं माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलूंगा उनके संज्ञान में डालूंगा। इस संबंध में मैंने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से भी बात की है।

सांसद ने कहा कि मैंने पुलिस कमिश्नर से भी बात किया है। जिलाधिकारी लखनऊ से भी बात किया है उनके परिवारीजनों से बात किया है। इसकी जांच मजिस्ट्रेट के द्वारा होनी चाहिए। शव की डीएनए जांच होनी चाहिए जो लोग दोषी हैं उनके खिलाफ प्रभावी कार्यवाही करनी चाहिए क्योंकि इससे हमारी सरकार की छवि खराब हो रही है। उक्त बातें मंगलवार को सिरौसा गांव पहुंचे मोहनलाल गंज के सांसद कौशल किशोर ने कही।