(www.arya-tv.com) ताजनगरी में दौड़ने वाली बसों में अब खतरे की गुंजाइश नहीं रहेगी। बसों को व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम (वीटीएस) और कैमरों से लैस कराए जाने की तैयारी है। सबसे पहले एमजी रोड पर दौड़ने वाली बसों में इसका प्रयोग किया जाएगा। सफलता मिली तो सभी बसों में सिस्टम लगाए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार का उपक्रम आगरा-मथुरा सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड दोनों शहरों में बसों का संचालन करता है। दिल्ली के चर्चित निर्भया कांड के बाद बसों का सफर भी सुरक्षित नहीं माना जा रहा था। हर प्रदेश में सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। उत्तर प्रदेश में भी लंबे समय से कवायद चल रही है। पर्यटकों के लिहाज से संवेदनशील ताजनगरी में भी बसों के अंदर सुरक्षा के इंतजामात करने की तैयारी है। शुरूआत जेनर्म की बसों में की जाएगी। ट्रायल के तौर पर एमजी रोड को चुना गया है। यहां जेनर्म की 20 बसों में व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम लगाए जाने की तैयारी है। इम्हें हाई डेफीनेशन कैमरों से भी लैस किया जाना है। इंटरनेट कनेक्टिविटी के जरिए बसों की लोकेशन और अंदर का हाल मुख्यालय में लाइव देखा जा सकता है। बसों का रोजाना का हाल रिकार्ड भी होता रहेगा। एमजी रोड पर प्रयोग सफल रहा तो दूसरे रूटों पर भी बसों को हाईटेक किया जाएगा।
सात जून को होगी चर्चा
सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के 15वीं बोर्ड की बैठक सात जून को दो बजे कमिश्नर के कैंप कार्यालय में बुलाई गई है। बैठक में आगरा और मथुरा के डीएम, एसएसपी, नगरायुक्त, विकास प्राधिकरणों के उपाध्यक्ष, कंपनी के एमडी, आरटीओ बुलाए गए हैं। इसमें बसों के सुरक्षा इंतजामों पर मुहर लगाई जा सकती है। इसके अलावा नगर आयुक्त और एसएसपी दिनेश चंद्र दुबे के साथ मथुरा के एसएसपी विनोद कुमार मिश्रा को कंपनी के निदेशक पद पर नियुक्ति के प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी।