बरेलींं। बचपन में आपने गली-मोहल्लों में कठपुतली (गुलाबो-सिताबो) का खेल जरूर देखा होगा। लेकिन अब इन कठपुतली के जरिए पढ़ाई का भी तरीका निकाल लिया है। बच्चों को खेल-खेल में इंटरटेंनमेंट के साथ पढ़ाने के लिए भदपुरा ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल जासपुर की प्रधानाध्यापिका डॉ. अल्पना गुप्ता ने पपेट वीडियो तैयार किए हैं।
हिन्दी, अंग्रेजी, ईवीएस जैसे प्रमुख विषयों के सिलेबस को पपेट के जरिए ऑनलाइन मोड पर इन वीडियो से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। यह बच्चों को पसंद भी आए हैं। वर्ष 2013 में शिक्षिका डॉ.अल्पना गुप्ता प्राइमरी स्कूल जासपुर में प्रमोशन पर आईं थीं।
उस समय स्कूल में 106 बच्चे पंजीकृत थे। लेकिन इनमें से भी उपस्थिति कम होती थी। उन्होंने सबसे पहले बच्चों को क्रिएटिव ढंग से पढ़ाना शुरू किया। शिक्षिका डॉ. अल्पना बताती हैं कि वर्ष 2019 में विभाग की ओर से आर्ट क्राफ्ट एंड पपेट्री प्रतियोगिता हुई थी।
इसमें मैंने प्रतिभाग कर राज्य स्तर पर पुरस्कार जीता। फिर लगा कि इसके माध्यम से बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाना काफी आसान है। इस उसी समय से पढ़ाने का तरीका बदल दिया। क्लास में फिंगर पपेट के माध्यम से बच्चों को पाठ समझाना शुरू किया।
मार्च में जब लॉकडाउन हो गया तो क्लास के सिलेबस को ई-कंटेंट के रूप में डेवलप करना था। इसे रोचक बनाने के लिए पपेट अच्छा माध्यम था। इसके जरिए कक्षा एक से पांच में गणित और विज्ञान को छोड़ अन्य विषयों के वीडियो तैयार किए।
सभी में अपनी आवाज भी दी। फिर अपना यू-ट्यूब चैनल बनाया और पढ़ाना शुरू कर दिया। अब ऑनलाइन मोड पर इसी से पढ़ाई करा रही हैं। बच्चों को भी यह इनोवेशन काफी पसंद आया। शिक्षिका ने पढ़ाई के साथ कहानी के भी वीडियो बनाए हैं।
कोर्स के साथ-साथ बच्चों के एडमिशन के लिए पपेट को ही सहारा बनाया। बनाए गए वीडियो में बताया गया कि सरकारी स्कूल में आखिर बच्चे क्यों एडमिशन लें। उन्हें क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं। यह सभी चीजें रोचक ढंग से कहानी के रूप में दिखाई गई है।