
आर्य टीवी डेस्क। मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के बयान के बाद पूरे देश से हिंदूवादी नेताओं की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। विश्व हिंदू परिषद की फायर ब्रांड नेता डॉक्टर साध्वी प्राची ने कहा है कि मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड कोई धार्मिक संस्था नहीं है। सरकार को इस पर तत्काल प्रतिबंध लगाना चाहिए।
मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड कोई धार्मिक संगठन नहीं है यह आतंकवादी संगठन है। क्योकि ऐसी बात आतंकी ही करते हैं। बोर्ड जैसी बातें कर रहा है मंदिर को तोड़ने की बात कर रहा है ये आतंकी हैं। सरकार को इसे तुरंत खत्म कर देना चाहिए।
डॉक्टर साध्वी प्राची ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि प्रदेश में पल रहे ऐसे नागों के फनों को कुचलने का वक्त आ गया है। अगर इन्हें समय पर कुचला नहीं गया तो यह ऐसे ही जहर उगलते रहेंगे और समाज में अशांति फैलाते रहेंगे।
साध्वी प्राची ने कहा कि यह माननीय सर्वोच्च न्यायालय का अपमान है, क्योंकि मंदिर का भूमि पूजन माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों के उपरांत किया गया। ऐसे में मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाने जैसा घिनौना बयान देने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। इनको जेल भेजना चाहिए।
क्या कहा सपा नेता ने
संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉक्टर शफीक उर रहमान ने कहा है कि अयोध्या में मस्जिद थी, मस्जिद है, और मस्जित ही रहेगी।
क्या कहा रशीदी ने
आल इंडिया इमाम असोसिएशन के आध्यक्ष रशीदी ने कहा है कि इस्लाम कहता है कि मस्जिद हमेशा मस्जिद ही रहेगी। कुछ और निर्माण करने के लिए मस्जिद को तोड़ा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि बाबरी मस्जिद वहां थी और वह हमेशा मस्जिद के रूप में वहां रहेगी। मंदिर को गिराकर वहां मस्जिद नहीं बनाई गई थी लेकिन अब अब ऐसा हो सकता है। मंदिर गिराकर वहां फिर से मस्जिद बनाई जाएगी।
क्या कहा ओवैसी ने
एआईएमआईएम (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वहां बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बकायदा हागिया सोफिया का उदाहरण दिया।
AIMPLB ने अपने ट्वीट में कहा ‘बाबरी मस्जिद था और हमेशा एक मस्जिद रहेगी। हागिया सोफिया हमारे लिए एक बेहतरीन उदाहरण है। अन्यायपूर्ण, दमनकारी, शर्मनाक और बहुसंख्यक तुष्टिकरण के आधार पर भूमि का पुनर्निर्धारण निर्णय इसे बदल नहीं सकता है। दिल टूटने की जरूरत नहीं है। स्थिति हमेशा के लिए नहीं रहती।
क्या कहा था आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ट्वीट करके कहा था कि अयोध्या में एक मस्जिद थी और मस्जिद ही रहेगी। हागिया सोफिया हमारे लिए एक बेहतर उदाहरण है। अन्यायपूर्ण, दमनकारी, शर्मनाक और बहुसंख्यक तुष्टीकरण के आधार पर भूमिका पुननिर्धारण निर्णय इसे बदल नहीं सकता। दिल टूटने की जरूरत नहीं है समय हमेशा एक जैसे लोगों के लिए नहीं रहता।