(www.arya-tv.com) विकास दुबे के साथी गोपाल सैनी ने पुलिस को चकमा देकर बुधवार को कनपुर देहात माती कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। गोपाल सैनी ने ही अपनी छत से पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग के साथ बमबाजी की थी। पुलिस पर हमले के लिए गोपाल ने ही घर पर देसी बम तैयार किए थे। एसटीएफ और पुलिस की टीमें इसकी सरगर्मी से तलाश रहीं थी।
एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बिकरू कांड के बाद से गोपाल फरार चल रहा था। इस पर पहले 50 हजार इनाम था, जिसे बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दिया गया था। जांच में सामने आया था कि विकास के घर के सामने से गोपाल सैनी के घर पर भी असलहाधारी हमलावर मौजूद थे। गोपाल ने ही पुलिस पर बमों से हमला किया था। एसपी ने बताया कि गुरुवार को गोपाल को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
बम बनाने का मास्टरमाइंड चलाता था कोटा
बम बनाने का मास्टर माइंड गोपाल सैनी सरकारी राशन की दुकान चलाता था। जांच में पता चला कि विकास दुबे के नौकर दया शंकर के नाम पर सरकारी राशन की दुकान थी, लेकिन चला गोपाल सैनी ही रहा था। पुलिस पर भी हमले के लिए उसने ही बम तैयार किए थे। विकास के घर और पंचायत भवन से बम बरामद हुए थे। इसके घर से बम बनाने का मैटीरियल पुलिस ने बरामद किया था।
अब भी कई आरोपित फरार
गोपाल के सरेंडर करने के बाद भी कई आरोपित फरार हैं। विकास का भाई दीपू दुबे, राजाराम उर्फ प्रेम कुमार, शिव तिवारी, विष्णुपाल यादव उर्फ जिलेदार, राम सिंह, रामू बाजपेई, हीरू दुबे, बउअन शुक्ला, शिवम दुबे और बाल गोविंद का पुलिस कोई सुराग नहीं लगा सकी है। शिवम दुबे की जगह दूसरे शिवम को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। इसका नाम बाद में एफआईआर में शामिल किया गया था। पुलिस ने गोपाल के भाई गोविंद का नाम भी जांच में खोल दिया है। उसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।