लखनऊ! राम चरित मानस में बाबा तुलसीदास जी ने लिखा है समरथ को नहीं दास गोसाईं। यह चौपाई राजधानी लखनऊ के थाना क्षेत्र गोसाईगंज पुलिस पर काफी सटीक बैठती है जहाँ तैनात कोतवाल धीरेन्द्र कुशवाहा साहब अपने रसूख और अच्छी पकड़ के चलते राजधानी में काफी लम्बे समय से जमे हुए हैं और मनचाही तैनाती पाने में काफी अच्छा दबदबा भी रखते हैं। इससे पहले भी कोतवाल मोहनलाल गंज लगभग दो साल रह चुके हैं उसके बाद कैसरबाग,हजरतगंज का भी प्रभार सम्भाल चुके हैं लेकिन इनकी मजबूत पकड़ के आगे अफसरों की भी नही चलती।
वाह भाई कुशवाहा साहब क्या जलवा है आपका शासन में? आपको बताते चलें कि गोसाइगंज क्षेत्र में पुलिस विभाग की मिलीभगत के कारण अवैध खनन का कारोबार चरम पर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कारोबार दिन ढलते ही शुरू हो जाता है क्षेत्र में चल रही अवैध खनन की सरपरस्ती पुलिस अधिकारी कर रहे हैं, जो लंबे समय से इस क्षेत्र में तैनात हैं।
अधिकारियों के दावों की हकीकत रात्रि करीब आठ बजे देखने को मिलती है जब अवैध खनन और ओवरलोडेड वाहन सरेआम पुलिस के पास से गुजर रहे होते हैं। पुलिस उसे मूकदर्शक बनकर देख रही होती है । आज दशा यह है कि पूरी रात ओवर लोड डम्पर मिट्टी ढुलाई करते हैं यह रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक प्रतिदिन चलता है जिसके कारण निजाम पुर, धौरहरा मार्ग, गोसाईगंज लखनऊ, निजामपुर गाँव के पास रोड बिल्कुल जर्जर है लोगों का निकलना तक दूभर है लेकिन इसके बावजूद पुलिस के आला अफसर से लगाकर प्रशासन के अधिकारियों की कुम्भकर्णी नींद आज भी नहीं खुल रही है।