(www.arya-tv.com) इस्लामिक सेन्टर आफ इंडिया फरंगी महल के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने लोगों से इस साल नफिल कुर्बानी न करनें की अपील हैं। मौलाना ने कहा कि कुर्बानी जायज है लेकिन बहुत से लोग अपने गुजर चुके माता पिता व कमसिन बच्चों जिन पर कुर्बानी कराना वाजिब नहीं है, उनके नाम से कुर्बानी कराते हैं या एक से अधिक बकरों की कुर्बानी कराते हैं। वह लोग कोविड महामारी को देखते हुए इस सिर्फ एक ही बकरे पर कुर्बानी कराए। कुर्बानी के बचे हुई रकम से गरीब व बेसहारा लोगों की मदद करें। इसके अलावा इस्लामिक सेंटर की ओर से बकरीद को लेकर एक गाइडलाइन भी जारी की गई है।
मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि जिस तरह से मुसलमानों ने शबे-बरात, ईदुल फित्र का त्योंहार पर इबादत और खुशी का इजहार किया था। उसी तरह से ईदुल अजहा का त्योंहार भी मनाए। मौलाना इस बार सिर्फ एक ही बकरे पर कुर्बानी किए जाने की अपील लोगों से की है। मौलाना ने कुर्बानी कोई रस्म नहीं है बल्कि अल्लाह की पसंदीदा इबादत है। यह हजरत इब्राहिम व इस्माईल की सुन्नत है। इसलिए कानूनी दायरे में रह कर लोग कुर्बानी को अंजाम दें।
इन गाइडलाइन पर करें कुर्बानी
1-  जिन इलाकों में ईद उल अजहा के तीन दिन रेड़ जोन है। वहां के लोग दूसरी जगहों पर अपनी कुर्बानी की रकम भेज कर कुर्बानी कराएं।
2-  जिन इलाकों में कानूनी बन्दिशें हैं या कोशिशों के बावुजूद भी जानवर नहीं मिल रहा तो वह कुर्बानी की रकम दूसरी जगह भेज कर कुर्बानी कराएं। या फिर कुर्बानी के दिनों के बाद उस कीमत के बराबर रकम गरीबों को दें।
3- हमेशा की तरह उन्ही जानवरों की कुर्बानी की जाए जिन पर कोई कानूनी पाबन्दी नहीं हैं।
4- कुर्बानी करने वाला आदमी, नया मास्क, नए ग्लवज पहनकर अपने औजारों को पूरी तरह सैनेटाइज करके कुर्बानी करें।
5- कुर्बानी के समय एक स्थान पर 5 से अधिक लोग जमा न हों।
6- कुर्बानी की जगह पर सैनीटाइजेशन, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सख्ती से हो।
7- कुर्बानी की जगह पर सफाई-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।
8- सड़क के किनारे, गली और सार्वजनिक स्थानों पर कुर्बानी न की जाए।
9- कुर्बानी के बाद निकली गंदगी को सार्वजनिक स्थान व खुले में न फेकें बल्कि नगर निगम के कूड़ेदानों का प्रयोग करें।
10- कुर्बानी के जानवरों का खून नालियों में न बहाएं। खून को कच्ची जमीन में दफन कर दें ताकि वह खाद बन सकें।
11- जानवर के गोश्त को अच्छी तरह पैक करके बांटे।
12- गोश्त का तिहाई हिस्सा गरीबों और जरूरतमन्दों को जरूर दें।
13- कुर्बानी करते समय फोटो या वीडियो न बनाए न ही सोशल मीडिया पर इससे जुड़े फोटो विडियो शेयर करेंद्ध जाए और न उसको सोशल मीडिया पर अपलोड किया जाए।

 
 
	 
						 
						