कोरोना काल में जन्मे बच्चों पर डाला अपना प्रभाव, वर्षों से चले आ रहे नियम-कानून,व्यवस्थाए बदली

Health /Sanitation Prayagraj Zone UP
प्रयागराज।(www.arya-tv.com) कोरोना वायरस के संक्रमण काल में वर्षों से चले आ रहे नियम-कानून और तमाम व्यवस्थाओं में बदलाव हुआ ही, जन्म और मृत्यु पर भी इसका प्रभाव पड़ा है। 
पिछले साल चार महीने (मार्च से जून) की तुलना में इस वर्ष इसी अवधि में शहर में जन्म लेने और मरने वालों की संख्या में काफी कमी हुई है। नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में जन्म और मृत्यु के पंजीयन से संबंधित आंकड़े तो यही गवाही दे रहे हैं। 
विगत और इस वर्ष जन्म एवं मृत्यु से संबंधित आंकड़ों पर यह रिपोर्ट प्रस्तुत है। इस वर्ष मार्च, अप्रैल, मई एवं जून में 5,164 ने जन्में एवं 2,106 की मौत हुई यानी कम हुए। पिछले साल इन्हीं माह में 11,546 ने जन्में थे व 3,228 की मौत हुई थी। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष जन्म लेने वालों की संख्या 6,382 व मरने वालों की संख्या 1,122 कम हुई है।
चार माह के आंकड़ों पर गौर करें तो मार्च 2020 में सर्वाधिक 1,916 ने जन्म लिए। लेकिन, मरने वाले (816 लोग) जून में सबसे ज्यादा रहे। 2019 में अप्रैल में जन्म लेने वालों की संख्या सबसे ज्यादा 2,967 रही। जबकि मरने वालों की संख्या मई में सर्वाधिक 899 रही। 
 
नगर निगम के आइटी अफसर मणिशंकर त्रिपाठी कहते हैं कि अस्पतालों में जन्म लेने वाले शिशुओं का 15 दिन के अंदर ऑनलाइन पंजीयन हो जाता है। स्कूल में दाखिले के लिए भी बहुत लोग पंजीयन कराते हैं। प्रवेश के लिए पंजीयन न होने से पिछले साल की तुलना में इस साल अनुपात कम है।