- नगर निगम में भी कोरोना का प्रहार,11 लोगों को (एसिम्प्टोमैटिक) कोरोना की पुष्टि
- बिना सिम्टम्स के 11 लोगों को कोरोना पॉज़िटिव की पुष्टि
(www.arya-tv.com)नगर निगम में अपर नगर आयुक्त साहित 11 लोगों को (एसिम्प्टोमैटिक) कोरोना की पुष्टि होने पर नगर निगम को 48 घंटों के लिए बन्द कर दिया गया है। इस मामले पर आर्य टीवी से निजी वार्ता में नगर आयुक्त डॉ.इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि एक दिन पहले एहतियात के तौर पर नगर निगम में अधिकारियों और कर्मचारियों का कोविड19 टेस्ट कराया गया था जिसमें 11 लोगों को (एसिम्प्टोमैटिक) कोरोना की पुष्टि हुई है। सभी लोगों को होम क्वारंटाइन में भेज दिया गया है। जिसके अन्य लोग इस बीमारी से प्रभावित न हो। इसी के साथ ही 48 घण्टों के लिए कार्यालय भी बंद कर दिया गया है। सिर्फ आवश्यक कार्य हेतु कार्यालय का प्रयोग कियाा जायेगा। श्री त्रिपाठी ने बताया कि इस टेस्ट में विभाग के एक अपर नगर आयुक्त अमित कुमार और मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह साहित अन्य 10 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। साथ ही एक कर्मचारी का रिजल्ट आना अभी बाकी है।
- कौन है कोरोना पॉज़िटिव
अमित कुमार,अशोक सिंह,पवन कुमारयादव, आशीष, मंसुखप्रसाद, विशाल, कुंदन, सलमान,अविनाश मिश्रा,राजकुमार वर्मा,शेखर श्रीवास्तव को (एसिम्प्टोमैटिक) कोरोना की पुष्टि हुई है।
क्या है (एसिम्प्टोमैटिक) कोरोना जानें
- कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में संक्रामक रोग सलाहकार प्रोफ़ेसर बाबक जाविद के अनुसार, कई देशों के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शोध जहां तक ‘सही’ बताते हैं कि एसिम्प्टोमैटिक मामले ‘बेहद कम’ संक्रमण फैलाते हैं, यह संक्रमण तब हो सकता है जब लक्षण शुरू होने में एक दिन हो या जिस दिन लक्षण सामने आने लगें।
- लोगों में लक्षण निकलने से तीन दिन पहले अच्छी-ख़ासी संख्या में वायरस पैदा हो सकते हैं और हो भी सकता है कि लक्षण आने से एक दिन पहले यह दूसरे लोगों को संक्रमित भी करना शुरू कर दें।
- प्रोफ़ेसर जाविद कहते हैं कि प्री-सिम्प्टोमैटिक संक्रमण का पता लगाना, उनके आइसोलेशन के लिए क़दम उठाना महत्वपूर्ण है।
- पूरे ब्रिटेन में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग स्कीम के नियमों के तहत प्री-सिम्प्टोमैटिक रहते हुए कोई व्यक्ति संक्रमण फैलाता है तो उसके दायरे में आए उन सब लोगों की तब तक निगरानी की जाती है जब तक की उनमें लक्षण न आने लगे. किसी में अगर कोई लक्षण नहीं है तो उसके लिए यह प्रक्रिया नहीं है।
- एक पॉज़िटिव रिज़ल्ट यह नहीं बता सकता है कि किसी शख़्स में कितने वायरस हैं। इसके अलावा वो कितने लोगों से मिलता है और कितना खांसता-छींकता है इस पर भी संक्रमण का स्तर निर्भर करता है।
- डॉक्टर वेन केरखोव ने इस बात पर ज़ोर दिया कि कोरोना वायरस ख़ासतौर पर ‘संक्रमित बूंदों से फैलता है’ और यह किसी के खांसने और छींकने से फैलती हैं।
कोरोना काल में भी अपनी जिम्मेदारी निभाते रहे अधिकारी और कर्मचारी
नगर निगम की सबसे सराहनीय बात यह रही कि कोरोना काल के आरम्भ से ही अभी अधिकारी और कर्मचारी पूरी जिम्मेदारी से अपनी जिम्मेदारियों को शहर के लिए निभाते रहे।
- सभी अधिकारी कर्मचारी अपना ध्यान रखें: डॉ.इन्द्रमणि त्रिपाठी
कोरोना की पुष्टि के बाद डॉ.त्रिपाठी ने अधिकारियों कर्मचारियों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान देने की बात कही है। साथ ही किसी को सिम्टम्स आने पर तत्काल अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी है।