पेड़-पौधो के बिना जीवन की कल्पना करना व्यर्थ है : सशक्त सिंह

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  • पेड़-पौधो के बिना जीवन की कल्पना करना व्यर्थ है:सशक्त सिंह
  • आर्यकुल ग्रुप ऑफ कालेज में लखनऊ, सीतापुर, रायबरेली की शाखाओं में विभिन्न प्रकार के पौधों का रोपण किया गया

(www.arya-tv.com)आर्यकुल ग्रुप ऑफ कालेज बिजनौर लखनऊ में कालेज के प्रबंध निदेशक की उपस्थिति में राष्ट्रीय वनोत्सव सप्ताह के अवसर पर विभिन्न प्रकार के पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक श्री सिंह ने उपस्थित स्टाफ व शिक्षकों से अपने घरों और आप—पास भी पौध रोपण के लिए प्रेरित किया। श्री सिंह ने कोरोना काल को देखते हुए परिसर में विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधों का भी रोपण किया। जिसमें जनसामान्य के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी गिलोय, तुलसी, नीम,मीठा नीम, ऐलोवेरा,पत्थरचूर, अस्थिश्रृंखला, पाठा,अंजीर,शहतूत,अपामार्ग, कनेर आदि औषधीय पौधों का रोपण किया गया।

पेड़-पौधे हमारे लिए प्रकृति के अनूठे वरदान है, जो हमें केवल हरियाली, फल एवं फूल ही प्रदान नहीं करते, बल्कि हमारे बेहतर स्वास्थ्य में प्राकृतिक सहयोगी मित्र की भूमिका भी निभाते हैं। पेड़-पौधो के बिना जीवन की कल्पना करना व्यर्थ है। ये हमें प्रदूषण से बचाते हैं, हमें ऑक्सीजन देते हैं तथा कार्बन डाइऑक्साइड तथा अन्य विषाक्त गैसों को संशोधित करते हैं। एक ओर जहां पेड़-पौधे हमें अनेक प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित रखते हैं, वहीं बहुत से तरीकों से हमारे जीवन का पालन-पोषण भी करते हैं। ये हमारे पर्यावरण को स्वच्छ और पृथ्वी को हरा रखते हैं।

पेड़ों के बिना हमारा जीवन बहुत कठिन बन जाएगा या कह सकते हैं कि जीवन खत्म हो जायेगा, क्योंकि हमें स्वस्थ और समृद्ध जीवन देने में पेड़ बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों को पेड़-पौधे के प्रति जागरूक करना होगा। जहां पेड़ काटे जाते हैं, उससे पहले वहां पेड़ लगाए जाएं। हमारे जो वन बचे हुए हैं, उन्हें संरक्षित किया जाए।

हमें अपने आसपास न सिर्फ नये पौधे रोपना चाहिए, बल्कि उनकी देखभाल और संरक्षण की जिम्मेदारी भी लेनी चाहिए, जिससे अन्य लोग भी प्रेरित हो सकें। बच्चों को प्रकृति और पर्यावरण का सम्मान करना सिखाना चाहिए। घर में जगह होने पर कम से कम एक पेड़ हो या गमले में तुलसी, गिलोय, ऐलोवेरा, पत्थरचूर, गेंदा, गुलाब आदि पौधे लगाए। सार्वजनिक स्थानों पर अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएं, तभी हम अपने पर्यावरण को बचा सकते हैं।

सीतापुर की आर्यकुल शाखा में पौधरोपण करते कालेज के शिक्षक और स्टाफ

रायबरेली की आर्यकुल शाखा में पौधरोपण करते कालेज के शिक्षक और स्टाफ