(www.arya-tv.com) पूर्व सीएम समेत तमाम अफसरों को चूना लगाने वाला शातिर जालसाज रंजन मिश्रा सरकारी दस्तावेजों में अपना नाम और वल्दियत बदल कर अंडरग्राउंड होने की फिराक में था। उसने इस काम के लिए इलाके के मुखिया से भी संपर्क किया था। लेकिन, इससे पहले कि वह कामयाब हो पाता, एसटीएफ की टीम ने रविवाद देर रात उसे जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक परसूडीह के नामोटोला से पकड़ा गया अंतर्राज्यीय ठग रंजन आधार कार्ड पर अपना और पिता का नाम बदलवाने का प्रयास कर रहा था। इसके लिए उसने स्थानीय मुखिया को रुपयों का ऑफर भी दिया था। लेकिन, उन्होंने इससे इनकार कर दिया। जांच में सामने आया कि आठ माह पहले रंजन के पिता का देहांत हो चुका है। उसके पिता जमशेदपुर के बागबेड़ा में रहते थे। रंजन ने घरवालों तक को अपने मकान का पता नहीं बताया था। एसएसपी ने बताया कि रंजन दिल्ली के तिहाड़ जेल से जून 2019 में छूटा था। लोगों को फंसाने के लिए वह शहर से बाहर जाकर उन्हें फोन करता था। ताकि पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं कर सके। खास बात यह है कि रंजन तीन बार जेल जा चुका है, लेकिन, स्थानीय परसुडीह पुलिस की सूची में उसका नाम तक नहीं था।