(Arya TV Lucknow):Kaushal
उत्तर प्रदेश की बागपत जेल में मारे गये डॉन मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने जौनपुर से पूर्व बाहुबली सांसद धनंजय सिंह, उनके पिता जीएन सिंह और पीके सिंह के खिलाफ तहरीर दी है.
उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके पति की हत्या के पीछे इन लोगों का हाथ है. करीब 10 दिन अपने पति की हत्या का शक ज़ाहिर कर चुकी मुन्ना बजरंगी की पत्नी का कहना है कि हत्या में कई नेता, सरकार और पुलिस शामिल है.
सीमा सिंह का आरोप है कि उनके पति की हत्या एक साजिश के तहत की गई है. एक हफ्ते पहले ही सीमा सिंह ने चेताया था कि उनके पति को जान का खतरा है. सीएम से लेकर मानवाधिकार तक को सूचित किया गया था.
दरअसल, ये राजनीतिक हत्या है इसकी साजिश पूर्व सांसद धनंजय सिंह, पिके तिवारी, जयंत सिंह और मनोज सिन्हा ने रची है. इसमे सरकार और एसटीएफ के लोग भी शामिल हैं.
हालांकि इस हत्याकांड के पीछे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के डॉन सुनील राठी का हाथ बताया जा रहा है. ऐसे में सवाल इस बात का उठता है कि सुनील राठी और मुन्ना बजरंगी का दूर-दूर तक कहीं कोई कनेक्शन नजर नहीं आता है, तो क्या इस केस का रुख मोड़ने के लिये सुनील राठी का नाम लिया जा रहा है.
इस हत्याकांड के पीछे की साजिश कहीं और रची गई थी. सवाल ये भी है कि आखिर 4 लेयर सिक्योरिटी क बाद भी जेल के अंदर हथियार कैसे पहुंच गया? जरूर इसमें पुलिस की भी मिलीभगत रही होगी.
गौरतलब है कि हाई सिक्योरिटी बैरक नंबर नम्बर 2 से सोमवार की सुबह 6:30 बजे जैसे ही माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी को निकाला गया, उसको जेल के अंदर ही बेहद नज़दीक से करीब 10 गोलियां मारी गयीं, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी.
मुन्ना बजरंगी की एक्सटॉर्शन के एक मामले में सोमवार को बागपत कोर्ट में पेशी होनी थी, वो रविवार रात 9:30 बजे 23 सुरक्षाकर्मियों के साथ झांसी की जेल से यहां आया था. इसी तरह से साल 1998 में मुंबई में एसटीएफ से मुन्ना की मुतभेड हुई थी
जिसमें 11 गोलिया लगी थी जिसमे अधिकारियों ने उसे मृत घोषित कर दिया था लिकिन जब मुन्ना को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था जब डॉक्टरों की टीम पहुची तो मुन्ना उठ खड़ा हुआ उसने मौत को मत दे दी थी लिकिन इस बार बागपत जेल में मुन्ना का चैप्टर हमेशां के लिए बंद हो गया