पालघर मॉब लिंचिंग मामले में 101 आरोपी हिरासत में, 200 लोगों ने दिया था घटना को अंजाम

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आर्य टीवी डेस्क। देश भर में लॉकडाउन है। ऐसे में महाराष्ट्र के पालघर में गुरुवार को हुई मॉब लिंचिंग की घटना ने देशभर को शर्मसार किया है। करीब 200 लोगों की भीड़ ने 2 साधु और 1 ड्राइवर को पीट-पीट कर मार डाला। पहले इस घटना को छिपाने की कोशिश हुई, लेकिन इस घटना के एक के बाद एक कई वीडियो जब सोशल मीडिया पर फैलने शुरू हुए तो मामला हाइलाइट हो गया। घटना को लेकर विपक्ष, उद्धव सरकार पर लगातार हमलवार है। वहीं तीन लोगों की निर्मम हत्या पर महाराष्ट्र सरकार ने कार्रवाई करते हुए 101 लोगों को हिरासत में ले लिया है।

महाराष्ट्र सरकार ने ट्वीट कर बताया है कि पालघर की घटना पर कार्रवाई की गई है, जिन्होंने 2 साधु, 1 ड्राइवर और पुलिस कर्मियों पर हमला किया था, पुलिस ने घटना के दिन ही उन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस अपराध और शर्मनाक कृत्य के अपराधियों को कठोर दंड दिया जाएगा।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा
पालघर में जिस क्रूरता के साथ मॉब लिंचिंग हुई, वह मानवता को शर्मसार करने वाली है। मैं एक उच्च स्तरीय जांच की मांग करता हूं। जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की जाए।

भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ने क्या कहा
साध्वी प्रज्ञा ने ट्वीट कर कहा कि मैं आहत हूं, महाराष्ट्र में दो सन्यासियों की निर्मम हत्या कर दी गई पुलिस-प्रशासन मौन था। सन्यासियों की हत्या संपूर्ण सनातनियों व देश के लिए एक चुनौती है। इस घटना की जांच हो कठोरतम दंड के साथ न्याय हो। जब-जब अखाड़े अपने उद्देश्यों से च्युत होंगे, विधर्मी प्रबल होंगे।

बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने ट्वीट करते हुए लिखा, इंसान के भेष में घूमने वालों जानवरों द्वारा सबसे अमानवीय, बर्बर और निंदनीय कृत्य। उन्होंने तीन लोगों की जान ले ली और 70 साल के एक बुजुर्ग की दलील को भी नहीं सुनी।

बता दें कि ग्रामीणों ने इन तीनों लोगों की मॉब लिंचिंग उस समय की, जब ये लोग नासिक की ओर जा रहे थे. इनमें से एक ड्राइवर था, जबकि दो साधु थे जो मुंबई के रहने वाले बताए जा रहे हैं. मृतकों की पहचान सुशीलगिरी महाराज, निलेश तेलगड़े।