नई दिल्ली। दिल्ली में एक डॉक्टर ने आत्महत्या कर लिया। वह डॉक्टर एक कोरोना फाइटर था यानी उस डॉक्टर की ड्यूटी कोरोना के खिलाफ जंग में लगी थी। अब आप सोचेंगे इसमें ऐसी क्या खास बात है इसमें खास बात यह है यह मीडिया सत्ता और पैसे का इतना गंदा गठजोड़ है जिसे जानकर आप मीडिया पर थूकने लगेंगे
दिल्ली में डॉक्टर राजेंद्र सिंह उनका अपना क्लीनिक भी था और उनके बेटे का पानी सप्लाई का बिजनेस था। डॉक्टर साहब के ऊपर क्वॉरेंटाइन की जिम्मेदारी और लॉक डाउन में फंसे मजदूरों को खाना खिलाने की जिम्मेदारी थी लेकिन उस इलाके का विधायक प्रकाश जारवाल इन्हें बार बार फोन करके धमकी देकर पैसे मांगता था और कहता था कि तुम घटिया क्वालिटी का खाना सप्लाई करो। या एक दिन छोड़कर खाना सप्लाई करो लेकिन मुझे मेरा हिस्सा चाहिए और अगर तुम मेरा हिस्सा नहीं दोगे तब मैं तुम्हें भ्रष्टाचार के केस में जेल में भिजवा दूंगा।
आम आदमी पार्टी के विधायक की धमकियों से तंग आकर डॉक्टर प्रकाश सिंह ने कल खुदकुशी कर ली। यह एक बहुत गंभीर मामला है लेकिन यह खबर मीडिया में नहीं आई क्योंकि केजरीवाल के ऑफिस से सभी टीवी चैनलों को फोन गया जो भी चैनल इस खबर को दिखाएगा उस चैनल को हमारा विज्ञापन नहीं मिलेगा।
चूंकि दिल्ली सरकार का विज्ञापन पूरे भारत में सभी राज्य सरकारों से सबसे बड़ा है और सभी चैनलों की नजर केजरीवाल के विज्ञापनों पर रहती है। इसलिए किसी भी चैनल ने इस खबर पर कोई बहस नहीं की कोई खबर नहीं दिखाई।
सोचिये गोरखपुर में किसी व्यक्ति ने अपनी सालगिरह की पार्टी की तब अंजना ओम कश्यप ने दिन में 6 से ज्यादा बार उस खबर को दिखाया उस पर तमाम जहरीली बातें की लेकिन एक विधायक की वसूली की धमकी भ्रष्टाचार में फंसाने की धमकी फिरौती मांगने की धमकी से एक डॉक्टर ने खुदकुशी कर लिया और यह खबर हमारे टीवी चैनलों से गायब है।
साभार— डॉक्टर साध्वी प्राची जी के फेसबुक वाल से।