मंत्रियों के दौरे पर मन में उत्साह और इच्छा दोनों आता है जानिए क्या!

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डॉ.अजय शुक्ला की कलम से…..

  • मंत्रियों के दौरे पर मन में उत्साह और इच्छा दोनों आता है जानिए क्या!
  • जिला पूर्ति अधिकारी का गैस का बिल
  • पार्षदों के सामूहिक राहत सहायता धनरा​शि का पूरे लखनऊ को इंतजार है
  • राजनाथ सिंह का दिल से आभार

(www.arya-tv.com)पूरे भारत सहित उ.प्र.भी कोरोना या कोविड—19 के अभेदी तीर से त्रस्त है।ऐसी स्थिति में सरकार भी क्या करें,कहावत भी यही कही गयी है मरता क्या न करता। मुख्यमंत्री के आदेश का पालन करते हुए प्रदेश के सभी विभाग अपनी पूरी अर्थ शक्ति के साथ इस कोरोना को भगाने में लगे हुए है पर कोरोना है कि मानता ही नहीं। जाने के बजाए और आने की कोशिश में लगा हुआ है। सरकार भी क्या करती रोटी,कपड़ा और मकान के पुराना नारे पर बल देते हुए कपड़ा और घर आप का रोटी सरकार की, इस संकट काल में यही संभव हो पा रहा है। सबको पता है भारत एक कृ​षि प्रधान देश है लॉकडॉउन ने जब अमेरिका को पस्त कर दिया तो औरों की क्या मजाल,आर्थिक संकट तो होना ही था। फिलहाल हमारे भारत के आर्थिक मजबूत वर्ग ने अपनी क्षमता के अनुरूप सरकार का पूरा साथ दिया।

फिलहाल अब आइऐ अपने नगर निगम पर जो पूरे लखनऊ के जरूरमंदो को कम्युनिटी किचन के माध्यम से खाना खिलाने के इस असंभव कार्य को भी पूरी तनमयता से जिम्मेदारी पूवर्क निभा रहा है और अपने कर्तव्य पथ पर चलता चला जा रहा है कि कोई भूखा न रह जाए, हमारे कर्मचारी और अधिकारी अपना परिवार त्याग कर पूरे लखनऊ को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में जब कोई बड़ा नेता या अफसर नगर निगम के इस काम को देखने आता है तो हम भी उत्साह से अपने इस काम को दिखाते हैं और मन ही मन में ऐसी इच्छा भी होती है कि क्या यह सिर्फ फोटो ही खिचवाने आ रहे हैं कि कुछ मदद भी करेंगे। ऐसी विषम परिस्थितियों में कैसे काम होगा जब आप को प्रतिदिन कुआं खोद कर पानी निकालना हो। आगे आप सब समझदार हैं।

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एक तरफ नगर निगम अपनी पूरी ताकत से शहर के जरूरतमंदों की सेवा भाव, भोजन, सफाई, कूड़ा उठान, सैनीटाइजेशन में लगा है वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन के अधीन आने वाले जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा कम्युनिटी किचन में प्रयोग होने वाली गैस का बिल भेज दिया जाता है जबकि जिला प्रशासन को 10 करोड़ रूपये इसी सहायता के लिए मिले हैं अगर मिले भी न होते तब भी जिलाधिकारी को एक धारा के अधीन यह पावर है कि वह ऐसी विषम स्थिति में तत्काल धन को खर्च कर सकता है।

पार्षदों के सामूहिक राहत सहायता धनरा​शि का पूरे लखनऊ को इंतजार है

हमारे सम्मानित पार्षद अपने—अपने इलाकों से जीत कर आये हैं और पूरे लखनफ में 110 पार्षद हैं,नामित को छोड़ दीजिए अभी उनकी बैटिंग ही शुरू नहीं हुई थी कि पिच पर पानी आ गया। ​फिलहाल सभी के क्षेत्रों मेें अच्छे विद्यालय के मालिक, बड़े प्रापर्टी डीलर,उद्योगपति, बड़े ठेकेदार निवास करते हैं ऐसी​ स्थिति में सबको मिलकर कुछ सहायता रा​शि नगर निगम को अन्नदा ग्रेन बैंक मेें जरूर सहायता देनी चाहिए जब लखनऊ की जनता की निगाहें आप लोगों पर लगी हुई हैं।

राजनाथ सिंह का दिल से आभार
हमारे लखनऊ के सांसद भले ही रक्षा मंत्री होने के नाते लखनऊ कम आ पाते हो पर इस संकट की घड़ी में उनके द्वारा अन्नदा ग्रेन बैंक में जो सहयोग किया उससे नगर निगम की उम्मीद जागी है।

कोरोना आज पूरे भारत के लिए एक ऐसा संकट बन गया है कि अगर समय रहते इसको रोका न गया तो एक न दिन हम लोगों का नंबर लगना तय है सरकार और उनके लोग,प्रदेश के सभी अधिकारी इस संकट काल में अपनी इच्छा शक्ति का अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं दिनरात कोविड19 को हराने के लिए लगे हैं पर पेट की भूख समय का इंतजार नहीं करती हम भी एकजुट होकर नगर निगम का सहयोग करें और नगर निगम द्वारा संचालित कम्युनिटी किचन के लिए बनाये गये अन्नदा ग्रेन बैंक में सहयोग करें और करवांए और लखनऊ से कोरोना को भगायें और अपने जरूरतमंद लोगों की भूख को मिटांए।