AryaTvdesk(Lucknow)
Reporter:Jayshree
15 जून को कुछ हमलावरों ने इस ईद के पवन अवसर पर पत्रकार शुजात बुखारी गोली मरकर हत्या कर दी जिससे उनके परिवार जन सोक में डूबे हुवे अपने पीछे दो लड़के, पत्नी और माता-पिता छोड़ गए हैं.
शुजात बुखारी कश्मीर डेली अंग्रेज़ी अखबार ‘राइजिंग कश्मीर’ के संपादक भी थे. वह वरिष्ठ
पत्रकारों में शुमार होते थे. इस घटना पर कश्मीर के अलगाववादियों से लेकर भारत समर्थक राजनीतिक दलों ने निंदा की है.
शुक्रवार सुबह 11 बजे उनको किरी के क़ब्रिस्तान में दफनाया जाएगा. शुजात बुखारी के दो मंज़िला मकान में हर एक कमरा लोगों से भरा हुआ था और सभी गम में डूबे हुए थे.
MAJID JAHANGIR
सईद बशारत ने इस घटना को निंदनीय बताते हुए कहा, “पूरा परिवार गहरे सदमे में है. हमारे पास इसे को बयां करने के लिए शब्द भी नहीं हैं. हमें नहीं पता कि किसने ऐसा किया. जिसने भी किया है उसने एक एक मंझे हुए पत्रकार, एक क़लमकार और एक दानिशवर का क़त्ल किया है. ये घिनौनी हत्या है. शुजात साहब हर एक मंच पर मज़लूमों की नुमाइन्दगी करते थे. जिन्होंने भी ये किया है उन्होंने रमजान के पाक महीने का भी लिहाज़ नहीं रखा है.”
शुजात बुखारी कई सालों से श्रीनगर में रहते थे. उनके कई रिश्तेदार भी श्रीनगर में रहते हैं. ईद या किसी बड़े त्योहार पर सभी अपने गावों में इकट्ठा होते हैं.
बशारत कहते हैं, “हमारे जो भी रिश्तेदार श्रीनगर में रहते हैं, उम्मीद होती है कि वो सभी ईद जैसे मौक़ों पर गांव आएं. ज़ाहिर है कि उनका (शुजात बुखारी) का भी इंतज़ार हो रहा था,” आह भरते हुए वह कहते हैं कि जो खुशियां थीं वो गम में तब्दील हो गईं.”