कोरोना का झटकाः विदेश में हनीमून की चाहत पर लगा ग्रहण

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कई देशों में फैले कोरोना वायरस के कारण शहरवासियों में भी दहशत है। कोरोना के कहर को देखते हुए कई नव विवाहित जोड़ों का विदेशों में हनीमून मनाने का ख्वाब अधूरा ही रह गया है। वहीं, स्कूलों में अवकाश के बाद विदेश घूमने वालों लोग भी अपनी बुकिंग रद्द करा रहे हैं। ट्रैवेल एजेंसियों के मुताबिक अभी तक करीब 80 फीसदी लोगों ने बुकिंग रद्द कराई है। दूसरी ओर, विदेश में बुक हुए होटल, रिसॉर्ट आदि की ओर से पैसा वापस नहीं किया जा रहा है।

ट्रैवेल एजेंसी संचालकों के मुताबिक, साल 2020 के लिए बीते अक्तूबर से लेकर दिसंबर और फिर जनवरी-फरवरी में बरेली समेत आसपास के अन्य जिलों से करीब 14 हजार बुकिंग हुई थी। इसमें नवविवाहित समेत साल दर साल विदेश भ्रमण पर जाने वाले लोग शामिल थे।पिछले साल हुई बुकिंग से करीब तीन हजार ज्यादा थी। इस साल बेहतर बिजनेस की उम्मीद भी जताई जा रही थी। लेकिन कोरोना वायरस ने बिजनेस पर ग्रहण लगा दिया।

शुरुआत में यह वायरस सिर्फ चीन में ही हावी था, इसलिए उस दौरान हुई बुकिंग पर कपल्स और अन्य लोग विदेश यात्रा पर गए। पिछले करीब 15 दिनों से विदेशों में हालत बेकाबू होने के बाद स्थिति गंभीर हो गई है। अब पूर्व में कराई जा चुकी बुकिं ग को लोग रद्द करा रहे हैं। इससे पर्यटन बिजनेस पूरी तरह धड़ाम हो चुका है। सर्वाधिक बुकिंग सिंगापुर, मलयेशिया, जापान, इटली, नेपाल, थाईलैंड के लिए हुई थी। इन सभी देशों को जाने वाले और वहां रहने वाले पर्यटकों का वीजा रद्द कर दिया गया है। ऐेसे में जब तक कोरोना का कहर रहेगा, यात्रा संभव नहीं।

जब पैसा ही नहीं मिल रहा तो पर्यटकों को लौटाएं कैसे
आमतौर पर बुकिंग रद्द कराने के साथ ही, पर्यटकों को नियमानुसार 15 से 20 फीसदी कटौती कर बाकी का पैसा वापस कर दिया जाता है, लेकिन अबकी बार स्थिति गंभीर होने के चलते पूर्व में कराई जा चुकी बुकिंग का पैसा भी वापस नहीं हो रहा है। ट्रैवेल एजेंसी के संचालकों के मुताबिक बुकिंग कराने के साथ ही कस्टमर जब पूरा पैसा देता है तो उसके बाद वह पैकेज के अनुसार होटल, रेस्तरां, खानपान, सैर सपाटा आदि के लिए चिह्नित किए गए लोकेशन को ऑनलाइन पैसा भेज दिया जाता है। नियमानुसार वह पैसा बुकिंग रद्द होने के बाद कटौती के बाद वापस कर दिया जाता है। पैसा तो दूर भेजे जा रहे मेल आदि का जवाब भी नहीं आ रहा है। दूसरी ओर, बुकिंग कराने वाले लोग दबाव बना रहे हैं।
गृह मंत्रालय से लगाएंगे पैसा वापस कराने की ‘गुहार’
पैसा वापस न किए जाने से परेशान ट्रैवेल एजेंसी संचालक अब गृह मंत्रालय से बुकिंग आदि का पैसा वापस कराए जाने की गुहार लगाए जाने की योजना बना रहे हैं। उनके मुताबिक कोरोना के कहर के चलते विदेशों में पर्यटन पूरी तरह ठप हो गया है।सिंगापुर, नेपाल, थाईलैंड, इटली आदि देशों की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित होने के चलते वहां के होटल, रेस्त्रां, पर्यटन स्थल आदि के संचालक आर्थिक तंगी का शिकार हो रहे हैं। इसकी भरपाई वह भारत व अन्य देशों के लोगों की ओर से पूर्व में कराई गई बुकिंग आदि के जरिए कर रहे हैं। लिहाजा, वह पैसा वापस नहीं कर रहे हैं। ऐसे में अब पैसा वापस कराने के लिए वह डीएम के जरिए और ऑनलाइन पीएम, सीएम आईजीआरएस पोर्टल पर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गृह मंत्री आदि से बजट वापस कराने की गुहार लगाएंगे।

डोमेस्टिक टूर से भी लोग कर रहे परहेज
कोरोना वायरस की दहशत के चलते विदेश जाने वालों के साथ ही देश के भीतर भी हुई बुकिंग लोग कैंसिल करा रहे हैं। गोवा, कश्मीर, राजस्थान, केरल, दार्जिलिंग, अजंता एलोरा, कन्याकुमारी, मैसूर कर्नाटक आदि जगहों पर घूमने के लिए कराई गई बुकिंग अब रद्द कराई जा रही हैं। आशंका जताई कि दिल्ली, पुणे आदि राज्यों में कोरोना के केस सामने के बाद स्थितियां बदल रही हैं।

‘काफी तादाद में बुकिंग रद्द कराई जा रही हैं। कुछ ऐसे लोग जिन्होंने जून, जुलाई के लिए बुकिंग कराई है, वह फिलहाल रुके हुए हैं। फिर भी 80 फीसदी बुकिंग रद्द करनी पड़ी है। लोग बुकिंग का पैसा मांग रहे हैं, लेकिन विदेशों से पैसा लौटाया ही नहीं जा रहा। डोमेस्टिक टूरिज्म की स्थिति भी खराब हो रही है।’
– सुनील, ट्रैवेल एजेंसी संचालक, डेलापीर रोड

‘कोरोना वायरस की दहशत और विदेशों में वीजा रद्द किए जाने की कार्रवाइयों के चलते काफी लोगों ने बुकिंग कैंसिल कराई है। उम्मीद थी कि अबकी साल बिजनेस रहेगा लेकिन अब यह स्थिति बेहद नाजुक हो गई है। बुकिंग कराने वाले हम पर पैसा वापस करने का दवाब बना रहे हैं।’
– पवन रावत, ट्रैवेल एजेंसी संचालक, पटेल चौक