वाणारसी(www.arya-tv.com) रंगभरी एकादशी पर गौरा का गौना कराने के लिए बाबा के आगमन की पूर्व संध्या पर मंगलवार को गौरा की तेल हल्दी की रस्म निभाई गई। गवनहरियों की टोली ने एक तरफ मंगल गीत गा रही थी तो दूसरी ओर गौरा की रजत प्रतिमा पर हल्दी लगाई जा रही थी।
आज बुधवार को बाबा विश्वनाथ अपनी ससुराल पहुंचेंगे लिहाजा गौरा के मायके में मांगलिक आयोजनों का अनवरत क्रम सुबह से ही शुरू हो गया।
गौरा के तेल हल्दी की रस्म टेढ़ी नीम स्थित महंत आवास पर डा. कुलपति तिवारी के सानिध्य में हुई। मांगलिक गीतों से महंत आवास गुंजायमान हो उठा। ढोलक की थाप और मंजीरे की धुन के बीच गौरा के मंगल भविष्य पर आधारित गीतों का गायन किया गया।
हल्दी के गीतों में जहां पार्वती के गुणों उनकी शक्तियों और उनकी माया का वर्णन किया जा रहा था। वही भगवान शिव की अगवानी के लिए की गई तैयारियों को भी गीतों में बखान किया गया। पारंपरिक गीतों में यह बताया गया कि किस प्रकार ससुराल में भगवान शंकर की अगवानी की तैयारियां चल रही हैं। कौन-कौन से पकवान बनाए जा रहे हैं।
रंग भरी एकादशी पर टेढ़ी नीम गेस्ट हाउस स्थित आवास से बाबा की गौना बारात निकालने पर मंगलवार को महंत परिवार के सभी सदस्यों ने एकजुटता दिखाई। इस संबंध में बैठक कर तैयारियों का खाका खींचा गया।
हालांकि परिवार के एक सदस्य की ओर से असली मूर्तियां अपने पास होने का दावा करते हुए बड़ा देव स्थित आवास से बारात निकालने की घोषणा की गई। अलग बारात निकालने को लेकर एसपी ज्ञानवापी सुरक्षा ने चेतावनी दी है।
