सीतापुर। बीएसए सीतापुर अजय कुमार जी आखिर कौन सी पंचवर्षीय योजना चला रहे हैं। क्या वह सरकार के साथ कदमताल लगा पाएंगे या फिर चूहे की ही चाल चलते रहेंगे।
मातृत्व अवकाश का शासनादेश 30 दिसंबर 2019 को जारी हुआ। बीएसए साहेब की जिम्मेदारी होती है कि वह शासनादेश को हर बीआरसी तक पहुंचाएं, लेकिन 10 जनवरी तक वह कान में रुई लगाकर बैठे रहे। आप समझ सकते हैं कि शिक्षामित्रों के लिए सरकार कितना संजीदा है पर बीएसए साहेब को इससे कोई सरोकार नहीं।
बीएसए साहेब ने 10 दिन ऐसे ही गवा दिए। इसके बाद जब महिला शिक्षामित्र द्वारा 3 जनवरी को मातृत्व अवकाश हेतु दिए गए अनुरोध पर बीआरसी से जानकारी चाही तो लहरपुर एसडीआई रंजीत सिंह ने बताया कि इस संबंध में अब तक हमारे पास बीएसए आॅफिस से कोई शासनादेश नहीं आया। फिर क्या था मामला हमारे संज्ञान में आया तो बीएसए से कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की । लगभग 20 बार फोन मिलाने के अथक प्रयास के बाद साहेब ने हेलो किया और कहा कि ”ऐसा है…. एसडीआई से बोलो की बीएसए साहेब ने कहा है आदेश हमारे पास आ गया है उनको बाद में मिलेगा एप्लीकेशन आॅफिस भेज दें।”
20 दिन बाद जागे बीएसए साहेब, भेज दिया पत्र pic.twitter.com/Y6L2waEdrr
— suyashmishra (@suyashmishra16) February 6, 2020
बड़े साहेब का आदेश था तो तुरंत पालन भी हुआ और बीआरसी से एप्लीकेशन 13 जनवरी को ही बीएसए आॅफिस पहुंचा दी गई। खुद एसडीएआई ने इसकी जानकारी भी दी। बावजूद इसके 20 से ज्यादा दिनों तक बीएसए साहेब उस फाइल को दबाकर बैठे रहे। ताकि सरकार की बदनामी हो। जब मामला मीडिया में छाने लगा तो आनन फानन में उन्होंने 5 फरवरी को 20 से ज्यादा दिन बाद विभागीय वकील से सलाह मांगी है। अब वकील के जवाब का इंतजार है । बहरहाल तब तक ऐसे तमाम शिक्षामित्र मातृत्व अवकाश से वंचित रहेंगे और बीएसए साहेब ऐसे ही सरकार की बदनामी कराते रहेंगे।
आपको बता दें कि बीएसए अजय कुमार ने अभी तक बीआरसी आॅफिसों तक शासनादेश की हार्ड कॉपी नहीं भेजी है। सिर्फ ह्वाट्सएप करवाया है।
अब सवाल यह है कि ऐसे अधिकारियों को अगर कमान दी जाती रही तो योगी सरकार के खिलाफ आम जनता का रोस बढ़ता जाएगा। बहरहाल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बेसिक शिक्षा विभाग उ0प्र0 डॉ0 सतीश चन्द्र द्विवेदी जी को इस संबंध में ट्वीट के जरिए जानकारी दे दी गई है। साथ ही बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ0 सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह से भी संपर्क किया जा रहा है। अब देखना यह है कि योगी जी के शुभचिंतक मंत्री ऐसे मामले में क्या संज्ञान लेते हैं।
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योगी सरकार के लिए घातक हैं ऐसे बीएसए, 20 दिन तक दबाए रखी एप्लीकेशनhttps://t.co/Ypx3493zou
योगी के आदेशों को ठेंगा दिखा रहे BSA सीतापुर, नहीं दिया शिक्षामित्र को मातृत्व अवकाश @myogiadityanath @myogioffice @drdineshbjp @drdwivedisatish @drdwivedisatish— suyashmishra (@suyashmishra16) February 6, 2020
“बीएसए आॅफिस सीतापुर से जुड़ी किसी भी भ्रष्टाचार संबंधी जानकारी दस्तावेजों के साथ आप हमसे 7007096037 पर साझा कर सकते हैं। आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी”