लखनऊ।(www.arya-tv.com) राजधानी लखनऊ में बीते दिनों हुई हिंदूवादी नेता की हत्या में पुलिस ने किया चौकाने वाला खुलासा। हत्यारों ने रणतीन की हत्या और पुलिस को भी गुमराह किया। हत्या करने से पहले ही बदमाशों ने रणजीत से फोन छीन लिया था। फोन लोकेशन की जांच करने के बाद पुलिस को पता चला की बैकुंठ धाम के पास पड़े मिले। दोनों फोन बंद थे।
अब पुलिस इस नतीजे पर आई है कि हमलावर ने जांच की दिशा भटकाने के लिए मोबाइल लूटे थे और बाद में उसे फेंक दिया था। बता दें, रणजीत बच्चन रविवार सुबह पत्नी कालिंदी और मुंहबोले मौसेरे भाई आदित्य के साथ मार्निंग वॉक पर निकले थे। हमलावर अकेले बाइक से आया था। परिवर्तन चौराहे से थोड़ी दूर ग्लोब पार्क के पास बदमाश ने रणजीत को रोक लिया। हमलावर ने असलहा तानकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। सिर में गोली लगने से रणजीत की मौत हो गई, जबकि एक गोली उसके भाई के हाथ में जाकर धंसी।
रणजीत ने विश्व हिंदू महासभा के नाम से एक संगठन बनाया था और वह उसके अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हत्या के पीछे गोरखपुर कनेक्शन खंगाले जा रहे हैं। रणजीत ने कुछ लोगों का काम कराने का बयाना लिया था। पुलिस को रणजीत के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल से भी कुछ अहम सुराग मिले हैं, जिसके जरिए संदिग्ध की सूची तैयार की जा रही है। बरामद सीसी फुटेज जांच एजेंसियों और दूसरे जिलों में भेजी गई है, ताकि संदिग्ध की पहचान हो सके।
पुलिस संदेह के आधार पर कुछ संभावित स्थानों पर दबिश भी दे रही है। रणजीत ने पहली पत्नी कालिंदी को बताए बिना विकासनगर सेक्टर दो निवासी स्मृति से फरवरी 2015 में दूसरी शादी की थी। उसी साल वह स्मृति को लेकर गोरखपुर में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस बात की जानकारी कालिंदी को हो गई थी, जिसके बाद दो शादियों का राज सामने आया था।
इस दौरान कालिंदी की बहन ने रणजीत के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई थी। उधर, स्मृति ने हकीकत जानने के बाद रणजीत से रिश्ता तोड़ लिया था। रणजीत की पहली पत्नी कालिंदी उनके साथ रहती थीं। वह समाजसेवा करती हैं। दूसरी पत्नी स्मृति अलग रहती थीं। दो दिन पूर्व रणजीत स्मृति से मिलने गोरखपुर गये थे, जिसके बाद कालिंदी से उनका मनमुटाव हो गया था। कालिंदी लगातार स्मृति से मिलने का विरोध करती थीं।