नए साल के मौके पर लाखों लोग अपने आप से करियर, शिक्षा, जॉब प्रमोशन एवं कुछ नया सीखने और व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाने जैसे ढेर सारे संकल्प लेते हैं। कुछ लोग अपने ‘न्यू ईयर रेजॉल्यूशन’ को कुछ हद तक पूरा करने में सफल भी हो जाते हैं। साल भर इन संकल्पों और पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के चक्कर में सेहत की तरफ ध्यान ही नहीं जाता है। बदलती जीवन-शैली के कारण आजकल कम उम्र में ओबेसिटी, डायबिटीज, तनाव, अवसाद, जोड़ों में दर्द, कमर दर्द, स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में कुछ स्वास्थ्य नियमों को अपनाकर स्वस्थ शरीर और सुखी जीवन की शुरुआत की जा सकती है।
मोटापा न बढ़ने दें
आजकल तले-भुने और भारी मसालेदार फास्ट फूड की तरफ लोगों का तेजी से रुझान बढ़ रहा है, जिससे उनके शरीर में आवश्यकता से अधिक चर्बी बढ़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, मोटापा स्वास्थ्य के लिए सबसे खतरनाक 10 बीमारियों में से एक है, जो डायबिटीज, तनाव, हार्ट फेलियर, जोड़ों में दर्द और बांझपन जैसी अन्य गंभीर बीमारियों को न्योता देती है। इससे बचाव के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करें।
तनाव से बचें
अत्यधिक तनाव लेने के कारण दिल के तेजी से धड़कने, पाचन क्रिया मंद पड़ने, नर्वस सिस्टम की कार्यप्रणाली में कमी आने और प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में तनाव से बचने के लिए परिवार के साथ खुशनुमा समय बिताएं।
नींद से न करें समझौता
सामान्य तौर पर रात में पर्याप्त मात्रा में अच्छी नींद लेने पर व्यक्ति दिन के वक्त खुद को तरोताजा महसूस करता है, लेकिन आज लोगों में देर रात जागने से जुड़ी आदतों और स्लीप डिसऑर्डर के कारण अनिद्रा की समस्याएं बढ़ रही हैं। पर्याप्त मात्रा में गुणवत्तापूर्ण नींद न लेने पर उनकी मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक सेहत पर नकारात्मक असर पड़ता है। नींद से जुड़ी समस्याओं का इलाज न कराने पर ब्लड प्रेशर, डाइबिटीज, हार्ट अटैक, स्मरण शक्ति में कमी, ध्यान केंद्रित न कर पाना, अवसाद और एंग्जायटी जैसी जटिलताएं आ सकती हैं। इस प्रकार की समस्याओं से बचने के लिए आठ घंटे की नींद लेना आवश्यक है।
खान-पान का रखें विशेष ध्यान
नियमित रूप से संतुलित एवं पोषण से भरपूर आहार लें। इससे आप स्वस्थ और ऊर्जावान बने रहेंगे। फल, सब्जियों, साबुत अनाज और तरल पदार्थों को उचित मात्रा में अपने आहार में शामिल करें। सुबह के समय नाश्ता जरूर करें।
स्वास्थ्य जांच कराएं
अधिकतर लोग सोचते हैं कि वे पूरी तरह स्वस्थ हैं, इसलिए उन्हें हेल्थ चेकअप, समय और पैसे की बर्बादी लगती है। चिकित्सकों का कहना है कि पुरुषों को 40 वर्ष और महिलाओं को 35 वर्ष की उम्र के बाद वार्षिक हेल्थ चेकअप जरूर कराना चाहिए।
