छात्रों के लिए इंडस्ट्रियल विजिट व देशाटन जरूरी:सशक्त सिंह
(ARYA-TV 24 JAN)आर्यकुल ग्रुप आॅफ कालेज के बी.फार्मा के चौथे सेमेस्टर के बच्चों को इंदौर में इंडस्ट्रियल विजिट कराई। इस विजिट के बारे में बताते हुए कालेज के प्रबंध निदेशक श्री सशक्त सिंह ने बताया कि यह इंडस्ट्रियल विजिट 10 दिन की है इसमें बच्चों को विभिन्न प्रकार की फार्मा कंपनियों की विजिट करायी जायेगी साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी विजिट से विद्यार्थियों को उद्योग जगत की कार्यप्रणाली के व्यावहारिक पहलुओं को सीधे तौर पर देखने व समझने का अवसर मिलता है। इस अनुभव से उन्हें आने वाले समय में होने वाले कैम्पस इंटरव्यू में लाभ मिलता है। साथ ही बच्चों को विभिन्न जगहों का देशााटन भी कराया जायेगा जिससे उनको वहां की प्राकृतिक और भौगोलिक विभिन्नताओ-विविधताओं के साथ वहाँ के रूप रंग, रहन- सहन , रीती –नीतियों आदि की जानकारी होती है। देशाटन छात्र—छात्राओं के लिए अत्यन्त आवश्यक है |
यह छात्र—छात्राओं को आनन्द प्रदान करने के साथ – साथ उनके अनुभव और ज्ञान में भी वृद्धि करता है | देशाटन करने वाले व्यक्ति प्रकृति के विभिन्न और विविध स्वरूपों का सहज ही साक्षात्कार कर लेता है | वह देख पाता है कि प्रकृति ने कही तो हरी-भरी और बर्फानी पर्वतमालाओ में धरती को ढक रखा है और कही पर रुखी- सूखी गर्म और नंगी पर्वतमालाए है जहाँ छितराए पेड़ – पौधे , वनस्पतियाँ आदि स्वय की छाया के लिए तरसा करती है | कही तो हमेशा बसन्त का गुलजार रहता है और कही सर्दी के प्रकोप से पल भर के लिए छुटकारा नही मिल पाता है | कही लगातार वर्षा होती रहती है तो कही सख्त गर्मी से व्याकुल मनुष्य उससे छुटकारा पाने को बेचैन रहता है |
देशाटन करके वहां के रीती-रिवाज , रहन – सहन , खान-पान, उत्सव- त्यौहार , भाषा – बोलियाँ , सभ्यता – संस्कृतियों को देख – समझ कर ज्ञान- वर्द्धन होता है तथा प्राचीन व एतिहासिक भवन , प्राकृतिक – सौन्दर्य, भित्ति – चित्र , मन्दिर-किले व प्राचीन महल आदि देखकर मन आनन्द से विभोर हो जाता है। ऐतिहासिक स्थलों को अपनी आखों से देखकर ही सच्ची जानकारी होती है। हम जब तक स्वय वहाँ जाकर अपनी आँखों से किसी स्थान को न देख ले, तक तक उनके वास्तविक सौन्दर्य का वर्णन नहीं कर सकते। पुस्तको द्वारा प्राप्त जानकारी बहुत समय तक याद नहीं रह सकती है , परन्तु देशाटन द्वारा स्वय आँखों से किया गया दर्शन सदैव के लिए स्मृति – पटल पर अंकित हो जाता है। आर्यकुल कालेज की टीम के साथ गये रजिस्ट्रार सुदेश तिवारी ने बताया कि टीम 2 फरवरी को वापस आयेगी। टीम के अन्य सदस्यों में एचओडी फार्मा आदित्य सिंह व डॉ.स्तुति वर्मा छात्र—छात्राओं के साथ गये हैं जिनके द्वारा बच्चों का पूर्ण मार्गदर्शन किया जा रहा है।