बरेली। (www.arya-tv.com) गुरु गोविंद सिंह के पावन प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में रविवार को नगर कीर्तन निकाला गया। पंजाब तरन-तारन साहिब से आए निशान-ए-खालसा गतका के हैरतअंगेज युद्ध कौशल देखकर लोग दंग रह गए। तलवार लहराना हो या मुंह से कांच की रॉड चबाना, लोहे की कीलों के बीच ईंट या बर्फ तोड़ना यह कुछ ऐसे कारनामे थे जो सिर्फ गुरु कृपा पात्र ही कर सकता है, यहां करके दिखाए गए।
खलासा पंथ सुखमनी सेवा सोसाइटी की ओर से पंच पियारे और गुरु ग्रंथ साहिब की अगुआई में गुरुद्वारा नानक सतिसंग सभा कोहाड़ापीर से नगर कीर्तन निकाला गया। सबसे आगे रंजीत नगाड़ा चल रहा था। एक जीप में कपूरथला से आए सुखजीत सिंह, गियानी मेजर सिंह और गियानी र¨वदर सिंह खालसा इतिहास के बारे में बताते चल रहे थे। उसके पीछे बाबा दीप सिंह गतका और शेरे खालसा गतका ग्रुप के बालक-बालिकाओं ने युद्ध कौशल करते चल रहे थे।

रैपिड एक्शन फोर्स ने की निगरानी
खालसा समुदाय की वीरता से हर कोई परचित हैं। लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर पहली बार रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की निगरानी में निकाला गया, जो कोहाड़ापीर से कुतुबखाना, पंजाबी मार्केट, कोतवाली, पटेल चौक होता हुआ गुरुद्वारा पंजाबी सतिसंग सभा सिविल लाइंस पर पहुंचा। अंत में गुरुका अटूट लंगर हुआ, जिसमें श्रद्धालु शामिल हुए।
बैंड बाजों, नगाड़ों, घुड़सवारी और कीर्तन जत्थों से सुसच्जित नगर कीर्तन के गुजरते हर रास्ते पर श्रद्धालुओं ने फूल बरसा कर स्वागत किया गया। इस दौरान लोगों का उत्साह देखने लायक था। पंजाबी महासभा ने कुतुबखाना सब्जी मंडी पर नगर कीर्तन पर पुष्प वर्षा की। संजय आनंद, देवराज चंडोक, अमित अरोरा आदि ने दीवान पर माथा टेका।
