उन्नाव आत्मदाह केस: आरोपी ने शादी तोड़वाकर मनाया था जश्न

Lucknow UP

उन्नाव के हसनगंज थाना क्षेत्र की दुष्कर्म पीड़ित युवती को इंसाफ दिलाने की जगह आरोपियों की मदद कर पुलिस ने उसकी राह और मुश्किल कर दी। वह आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अधिकारियों की चौखट पर दौड़ लगाती रही पर किसी ने एक नहीं सुनी। युवती के सब्र का बांध तब टूट गया जब पुलिस ने आरोपियों को उच्च न्यायालय लखनऊ से अग्रिम जमानत मंजूर कराने का मौका दे दिया और आरोपियों ने पीड़िता और उसके परिवार का मजाक उड़ाते हुए मोहल्ले में मिठाई बांटी।
इतना ही नहीं आरोपियों ने कुछ कर न पाने की धमकी देकर पीड़िता के जख्म छिड़का। इंसाफ न मिलता देख उसने आत्महत्या का फैसला लिया और खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा ली। सोमवार को उसके आग लगाने की सूचना पर उसकी मां आपबीती बताते हुए फूट-फूटकर रो पड़ीं।

दो बार तय हुई शादी, आरोपी ने तुड़वाई
दुष्कर्म पीड़िता की मां ने बताया कि एक साल के अंदर दो जगह बेटी की शादी तय की। दोनों बार आरोपी ने वर पक्ष के घर जाकर अपने प्रेम संबंधों की जानकारी देकर शादी तुड़वा दी। जब बेटी ने आरोपी से शादी करने की बात कही तो उसने इंकार कर दिया।

केरोसिन से भीगी हालत में पहुंची एसपी कार्यालय
दुष्कर्म पीड़ित युवती जिस समय पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची वह केरोसिन से पूरी तरह भीगी थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जब तक वह उसके पास जाकर कुछ पूछने का प्रयास करते उसने माचिस से खुद को आग लगा ली और एसपी कार्यालय के अंदर घुस गई। उसे जलता देख मौजूद पुलिस कर्मियों के रोंगटे खड़े हो गए। उसे बचाने के लिए महिला सिपाहियों ने पास खड़ी महिला के दुपट्टे लिए और युवती के कपड़े फाड़कर शरीर से अलग कर आग बुझाई और दुपट्टे डालकर उसका शरीर ढ़का।

मामले की विवेचना कर रहे उपनिरीक्षक अब्दुल मन्नान ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर 2 अक्टूबर 2019 को रिपोर्ट दर्ज की गई। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी गई पर वह मिला नहीं। इसी बीच आरोपी ने जिला जज की कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी डाली। जिस पर पैरवी कर उसकी अर्जी खारिज कराई गई। इसके बाद आरोपी ने उच्चन्यायालय में अग्रिम जमानत की अर्जी डाली। जिस पर 25-25 हजार में सभी आरोपियों की अग्रिम जमानत मंजूर हो गई।
13 दिसंबर को उन्होंने मामले में आरोपत्र लगा केस डायरी सीओ के पास भेज दी। रविवार पड़ने से कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल नहीं हो सका। सोमवार को सीओ पेशी से आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल होना था, इससे पहले पीड़िता ने खुद को आग लगा ली।