रमाबाई मैदान और जनेश्वर मिश्र पार्क के बाद राजधानी लखनऊ को एक और महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थल के रूप में ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ मिल गया है। यह स्थल न केवल राजधानी की पहचान को और मजबूत करेगा, बल्कि विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों के लिए विचार, प्रेरणा और ऊर्जा का केंद्र भी बनेगा।
राजनीति की नजरों से देखें तो यह स्थल सक्रिय राजनीतिक दलों के लिए भी एक महत्वपूर्ण मंच है। जानकारों का मानना है कि जैसे रमाबाई मैदान बड़े राजनीतिक आयोजनों और जनसभाओं का केंद्र रहा है, इसे बसपा प्रमुख मायावती का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। इसीलिए बसपा में आस्था रखने वाले जनमानस के जेहन में रमाबाई मैदान, कांशीराम स्मारक और आंबेडकर मैदान के प्रति विशेष सम्मान रखते हैं। इसी प्रकार सपा शासनकाल में स्थापित गोमतीनगर विस्तार में स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क सामाजिक व सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए पहचाना जाता है, मगर इस पार्क की ख्याति को समाजवादी पार्टी की स्वीकार्यता से जोड़कर देखा जाता है।
उसी तरह माना जा रहा है कि नवनिर्मित राष्ट्र प्रेरणा स्थल वैचारिक संवाद, स्मरण कार्यक्रमों और सार्वजनिक आयोजनों के लिए नई पहचान बनाएगा और इसे भाजपा की विचारधारा से जोड़कर देखा जाएगा। इतना ही नहीं, आने वाले समय में भाजपा की आयोजित होने वाली राजनैतिक रैली व जनसमर्थन में शक्ति प्रदर्शन का केन्द्र बनेगा।
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने उम्मीद जताई है कि यह स्थल केवल राजनीतिक गतिविधियों तक सीमित न रहकर सांस्कृतिक, शैक्षिक और सामाजिक कार्यक्रमों का भी केंद्र बनेगा। इससे राजधानी के सार्वजनिक जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। कुल मिलाकर, रमाबाई मैदान और जनेश्वर मिश्र पार्क की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्र प्रेरणा स्थल राजधानी लखनऊ के सार्वजनिक और वैचारिक परिदृश्य में एक नई कड़ी के रूप में जुड़ गया है।राष्ट्र प्रेरणा स्थल मात्र 65 एकड़ में बना है, जबकि सपा ने इससे कई गुना बड़ा, 375 एकड़ में जनेश्वर मिश्र पार्क बनाया है। मगर पार्टी ने इसे कभी राजनीतिक उपयोग नहीं किया है। लोग मॉर्निंग वॉक में स्वच्छ हवा प्राप्त कर रहे हैं।
राष्ट्र प्रेरणा स्थल को राष्ट्री विचारधाराओं, लोकतांत्रिक मूल्यों और सामाजिक चेतना से जोड़ने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। यहां देश के महान समाज सुधारक और प्रेरणादायक व्यक्तित्व के तीन महापुरुषों की मूर्तियां स्थापित कर, इनके विचारों को सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत किया गया है, जिससे आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र निर्माण की भावना से जोड़ा जा सके। इसका राजनीतिक लाभ कोई नहीं है, भाजपा लाभ के लिए कार्य नहीं करती है।
