- सदन में सरोजनीनगर की आवाज़: डॉ. राजेश्वर सिंह ने रखा शिक्षा और शहरी सुविधाओं से जुड़े विषय
- सदन में सरोजनीनगर की आवाज़: डॉ. राजेश्वर सिंह ने रखा शिक्षा और शहरी सुविधाओं से जुड़े विषय
- वरुण विहार योजना से प्रभावित सरोजनीनगर के 12 गाँवों के किसानों का मुद्दा सदन में: डॉ. राजेश्वर सिंह ने रखी समान मुआवजा व लैंड-पूलिंग की मांग
लखनऊ। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने शीतकालीन सत्र के दूसरे और तीसरे दिन के कार्यवाही के दौरान नियम-51 एवं नियम-301 के अंतर्गत क्षेत्र से जुड़ी लोक-महत्व की अविलंबनीय आवश्यकताओं को प्रमुखता से सदन के समक्ष रखा।
उच्च प्राथमिक विद्यालय, पिपरसण्ड के उच्चीकरण की मांग – डॉ. राजेश्वर सिंह ने मंगलवार को नियम-51 के अंतर्गत, ग्राम पंचायत पिपरसण्ड स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय को उच्चीकृत किए जाने का विषय उठाया। उन्होंने कहा कि निकटवर्ती इंटर कॉलेज के अभाव एवं आर्थिक कारणों से विद्यार्थियों की शिक्षा बाधित हो रही है, ऐसे में शिक्षा की निरंतरता और समान अवसर सुनिश्चित करने हेतु विद्यालय का उच्चीकरण आवश्यक है।
वरुण विहार योजना से प्रभावित किसानों की समस्या – इसके अतिरिक्त, सोमवार को नियम-51 के अंतर्गत सूचना प्रस्तुत कर, लखनऊ विकास प्राधिकरण की वरूण विहार योजना से प्रभावित सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र के 12 ग्रामों – भलिया, आदमपुर इन्द्रवारा, बहरू, जलियामऊ, मदारपुर, नकटौरा, गहलवारा, तेजकिशन खेड़ा, रेवरी, सकरा, दोना एवं इब्राहिमगंज के किसानों को जनपद की अन्य योजनाओं के समान उचित प्रतिकर (मुआवजा), आंशिक लैंड-पूलिंग के लाभ तथा आधारभूत सुविधाएँ सुनिश्चित किए जाने का विषय उठाया।
अमृत-2.0 योजना के क्रियान्वन में शिथिलता पर ध्यानाकर्षण – साथ ही नियम-301 के अंतर्गत, नगर निगम के सीमांतर्गत शहरी क्षेत्रों में अमृत-2.0 योजना के तहत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, सीवर लाइन एवं अन्य विकास कार्यों में हो रही विभागीय शिथिलता के विषय की सूचना भी सदन में प्रस्तुत की। इन सभी अविलंबनीय विषयों पर संबंधित विभागों के मंत्रीगणों द्वारा वक्तव्य प्रस्तुत किया जाएगा, जिससे शीघ्र समाधान की दिशा में ठोस कार्यवाही सुनिश्चित होने की संभावना है।
