पूर्वांचल की 173 फर्मों को सप्लाई की गई थी फेंसेडिल कफ सिरप, दस जिलों में किया सौ करोड़ से अधिक का कारोबार

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फेंसेडिल कफ सिरप गिरोह ने पूर्वांचल की 173 फर्मों को सिरप की आपूर्ति की थी। इस गिरोह ने वाराणसी व आसपास के 10 जिलों में सौ करोड़ से अधिक का काला कारोबार किया। मास्टर माइंड शुभम के गृह जनपद वाराणसी की 126 फर्म को कफ सिरप सप्लाई की थी, जिसमें 40 का कोई रिकार्ड ही नहीं मिला। दूसरे नंबर पर अमित सिंह टाटा के गृह जनपद जौनपुर में 28 फर्म को सप्लाई की गई थी। इस मामले में पूर्वांचल में 50 से अधिक मामले दर्ज किये जा चुके हैं। वहीं, जांच में सामने आया कि गिरोह ने करोड़ों रुपये की जीएसटी भी चोरी की है।

कई बंद फर्मों को भी की सिरप की सप्लाई

जांच में सामने आया कि जिन फर्मों को फेंसेडिल कफ सिरप सप्लाई की गई थी। उसमें सर्वाधिक मास्टर माइंड शुभम के पिता भोला के नाम से थी। इसमें कई बंद फर्मों को भी सप्लाई की गई थी। वाराणसी में 126, जौनपुर में 28, आजमगढ़ में 3, चंदौली में 7, गाजीपुर में 5 और भदोही में 4 फर्मों को कफ सिरप दिया गया। फर्म के नाम अलग होने के कारण लंबे समय तक किसी को संदेह नहीं हुआ।

40 फर्म का रिकार्ड नहीं, 30 मिली बंद

अब तक की जांच में बनारस की 40 फर्मों का रिकॉर्ड नहीं मिला, जिन पर मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा 30 से अधिक फर्मे बंद हैं और उनके मोबाइल नंबर भी बंद हैं। पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में इस मामले में अब तक 50 से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। वहीं, बची हुई फर्मों की जांच जारी है। ड्रग इंस्पेक्टर ने वाराणसी की 11 फर्मों को कफ सिरप की खरीदफरोख्त के रिकार्ड उपलब्ध कराने के लिए नोटिस जारी किया है। इस मामले में एसटीएफ ने लखनऊ से कुछ दिन पहले अमित सिंह टाटा को गिरफ्तार किया है। उसके फर्म के बारे में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है।

पुलिस यह भी पता लगा रही है कि श्री फार्मा से कब और कितने कफ सिरप की आपूर्ति की गई थी। अमित की फर्म को शुभम संचालित करता था अमित टाटा की बनारस स्थित फर्म का संचालन शुभम जायसवाल करता था। एसटीएफ की पूछताछ में अमित ने कबूला कि फर्म का वास्तविक संचालन शुभम कर रहा था और इस फर्म से लगभग आठ लाख रुपये का मुनाफा शुभम ने उसे दिया। सभी फर्मों की जांच की जा रही है। जिनका रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जा रही है। राज्य कर विभाग के उच्चाधिकारियों ने अधीनस्थ अधिकारियों व खंड अधिकारियों को फर्मों का डेटा एकत्र करने का आदेश दिया है। वहीं, इस मामले में जौनपुर में चार फर्म के खिलाफ तहरीर दी गई है।

इसमें दिल्ली की वान्या इंटरप्राइजेज, आकाश मेडिकल एजेंसी, शिवम मेडिकल एजेंसी व मनीष मेडिकल एजेंसी शामिल है। इन फर्मों ने 2.61 करोड़ रुपये की दवाएं बेची हैं। वहीं, पुलिस की जांच में सामने आया कि कानपुर के अग्रवाल ब्रदर्स ने प्रयागराज व वाराणसी में फेंसेडिल कफ सिरप की आपूर्ति की है। साथ ही कानपुर के कई अन्य दुकानदार भी वाराणसी, प्रयागराज, पंजाब, बिहार के कई जिलों में दवाएं बेची है। इसकी जांच की जा रही है।