वसंत कुंज हादसा: छिन गया परिवार का इकलौता सहारा, रोहित के सपनों का रेस्तरां अब सिर्फ याद रह गया

# ## National

नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में एक तेज रफ्तार मर्सिडीज एसयूवी की चपेट में आकर जान गंवाने वाले रेस्तरां कर्मचारी रोहित के परिवार ने कहा है कि बेहतर जीवन की उनकी एकमात्र उम्मीद अब खत्म हो गई है।

परिवार के सदस्यों के अनुसार, रोहित (23) ही उनके परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था, जो एक दिन अपना खुद का रेस्तरां खोलने के लिए पैसे बचा रहा था। उत्तराखंड के चमोली जिले का मूल निवासी रोहित एंबियंस मॉल के अंदर एक रेस्तरां में शेफ के तौर पर काम करता था और लगभग 15,000 रुपये प्रति माह कमाता था।

रविवार तड़के वसंत कुंज में नेल्सन मंडेला मार्ग पर एंबियंस मॉल के पास कथित तौर पर एक मर्सिडीज एसयूवी (जी63) की टक्कर से रोहित की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। ये तीनों युवक मॉल के अंदर एक रेस्तरां में काम करते थे और अपनी शिफ्ट खत्म करने के बाद मुनिरका स्थित अपने किराए के मकान में लौटने के लिए गाड़ी का इंतजार कर रहे थे, तभी यह भीषण हादसा हुआ। रोहित के परिवार ने बताया कि वह 20 साल की उम्र से ही अपने माता-पिता और भाई-बहनों का सहारा बना हुआ था। वह हर महीने अपनी कमाई का अधिकांश हिस्सा घर भेजता था और अपने सपनों के रेस्तरां के लिए थोड़ा-बहुत बचा रहा था। रोहित के रिश्तेदार बलवंत सिंह ने अपने आंसू रोकते हुए कहा, ‘‘वह अकेला कमाने वाला था। हमारा पूरा परिवार उसी पर निर्भर था।’’

उन्होंने बताया कि रोहित शांत स्वभाव का और विनम्र व्यक्ति था, जो कभी किसी पर चिल्लाता नहीं था। सिंह ने कहा, ‘‘आज (रोहित के बिना) हम नहीं जानते कि चीजों को कैसे संभालेंगे। वह बस घर जाने के लिए सवारी का इंतजार कर रहा था। एसयूवी चालक ने हमारे सारे सपने तोड़ दिए।’’ रिश्तेदारों ने बताया कि रोहित की मौत की खबर ने परिवार को, खासकर उसकी मां को पूरी तरह से तोड़कर रख दिया है।

पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव को परिवार को सौंप दिया जाएगा। उसने यह भी बताया कि घायल हुए अन्य दो व्यक्ति कपिल और ललित उपचाराधीन हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कपिल की हालत गंभीर बनी हुई है और वह आईसीयू में भर्ती है।