विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने घोषणा की कि राम मंदिर परिसर में कारसेवकों की स्मृति में एक सुंदर स्मारक बनवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 500 वर्षों के संघर्ष के बाद मंदिर निर्माण का संकल्प पूरा हुआ है और यह कारसेवकों के बलिदान की विजय है। आगामी तीन महीनों में स्मारक का निर्माण शुरू होगा।
आलोक कुमार ने बताया कि राम मंदिर के परकोटे में सप्त ऋषियों के मंदिर बने हैं, जिनमें महर्षि वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज और माता शबरी शामिल हैं। इनके योगदान के सम्मान में राम मंदिर परिसर में महर्षि वाल्मीकि, निषादराज, देवी अहिल्या और माता शबरी का विशाल मंदिर बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अशोक सिंघल ने मंदिर प्राप्ति के लिए भूमि खरीदी और निर्माण कार्य में अग्रणी भूमिका निभाई। कार्य कभी रुका नहीं और चुनौतियों के बावजूद मंदिर का निर्माण संभव हुआ। विहिप अध्यक्ष ने कहा कि यह स्मारक हिन्दू समाज की शक्ति और सामर्थ्य का प्रतीक होगा और धर्मपरायण जनता के योगदान को सच्ची श्रद्धांजलि देगा।
