- लखनऊ नगर निगम का ‘स्वच्छ टॉयलेट अभियान 2025’ तेज़ रफ्तार में: 81 शौचालय वाटर प्लस मानक और 30 टॉयलेट पूरी तरह मॉडर्न
लखनऊ। सार्वजनिक स्वच्छता को विश्वस्तरीय मानकों तक पहुँचाने के उद्देश्य से लखनऊ नगर निगम द्वारा चलाया जा रहा ‘स्वच्छ टॉयलेट अभियान 2025’ तेजी पकड़ रहा है। नगर निगम शहर के 81 चुने हुए शौचालयों को वॉटर प्लस (Water+) मानकों के अनुरूप तैयार कर रहा है, ताकि लखनऊ स्वच्छता रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार हासिल कर सके। इनमें से 30 शौचालयों का कार्य पूरी तरह समाप्त हो चुका है और उन्हें पूर्णतः मॉडर्न टॉयलेट के रूप में विकसित कर नागरिकों के लिए खोल दिया गया है। इसके साथ ही 28 शौचालयों में कार्य तेजी से जारी है, जबकि शेष 23 टॉयलेट में जल्द मॉडर्नाइजेशन कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
नगर निगम के अनुसार शहर में कुल 379 शौचालय चिन्हित हैं, जिनमें 239 पब्लिक टॉयलेट और 140 कम्युनिटी टॉयलेट शामिल हैं। इन्हीं में से 81 शौचालयों को प्राथमिकता के आधार पर अपग्रेड किया जा रहा है। इन शौचालयों में टाइल्स, वॉश बेसिन, टॉयलेट सीट, नल, दरवाज़े, हैंड ड्रायर और सभी आवश्यक सैनिटरी फिटिंग्स लगाए जा रहे हैं, ताकि ये केवल साफ-सुथरे ही नहीं, बल्कि सुरक्षित, सुगम और आधुनिक सुविधाओं से युक्त हों।
अभियान की तैयारी को लेकर नगर निगम की अहम रणनीति
‘स्वच्छ टॉयलेट अभियान 2025’ की तैयारियों के लिए नगर आयुक्त गौरव कुमार द्वारा रोजाना कार्यों की मॉनिटरिंग की जा रही है। नगर आयुक्त ने निर्देश दिए कि यह अभियान केवल औपचारिकता न रहे, बल्कि एक जनसहभागिता आधारित आंदोलन बनना चाहिए, जिससे सभी सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों में FACES (Functional, Accessible, Clean, Eco-Friendly & Safe) मानकों का पालन सुनिश्चित किया जा सके।
- अभियान की चरणबद्ध गतिविधियाँ
- 19 नवंबर (विश्व टॉयलेट दिवस) से शुरू यह अभियान लगभग पाँच सप्ताह तक चलेगा। इसके अंतर्गत
- 20–26 नवंबर: 75 घंटे – 7500 टॉयलेट अभियान के तहत प्रदेशभर में शौचालयों की सफाई, निरीक्षण और गुणवत्ता मूल्यांकन किया जा रहा है।
- 27–30 नवंबर: Transforming Yellow Spot Campaign के दौरान खुले में पेशाब वाले स्थलों को साफ कर उन्हें सेल्फी पॉइंट और ‘नेकी की दीवार’ जैसे रचनात्मक रूप दिए जाएंगे।
- 2–6 दिसंबर: Paint My Toilet Campaign 2.0 के तहत विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों और सामुदायिक समूहों की मदद से टॉयलेट वॉल पेंटिंग और संदेश लेखन गतिविधियाँ होंगी।
- 7–20 दिसंबर: I Am Here Campaign में शौचालयों के जीर्णोद्धार और मरम्मत का कार्य किया जाएगा।
- 21–24 दिसंबर: स्वच्छ धरोहर अभियान में शहर के धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों पर बने शौचालयों की विशेष सफाई और सौन्दर्याकरण होगा।
- 25 दिसंबर (सुशासन दिवस): स्वच्छता में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सफाई मित्रों और स्टेकहोल्डर्स का सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा।
शहर को स्वच्छ बनाने की दिशा में बड़ा कदम
नगर आयुक्त गौरव कुमार ने कहा कि यह अभियान केवल शौचालय सुधार कार्यक्रम नहीं, बल्कि शहरवासियों की आदतों में स्थायी परिवर्तन लाने का प्रयास है। यदि नागरिक, संस्थान और सामुदायिक संगठन मिलकर इस अभियान में भाग लेते हैं, तो लखनऊ निश्चित ही स्वच्छता में नए मानक स्थापित करेगा। 81 टॉयलेटों का आधुनिकीकरण शहर की स्वच्छता व्यवस्था में बड़ा बदलाव लाने जा रहा है, जो न केवल नागरिक सुविधा बढ़ाएगा बल्कि लखनऊ को देश के सबसे स्वच्छ शहरों में स्थान दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
