सरकार के नीतिगत फैसले के तहत सभी उपभोक्ताओं के परिसरों में स्मार्ट मीटर लगाने की मुहिम तेज हो गई है। इसके दायरे में बिजली विभाग के पेंशनर्स भी शामिल हैं। पेंशनर्स को मिलने वाली बिजली संबंधी सुविधाएं जारी रहेंगी, लेकिन उन्हें मीटर लगवाना होगा। ये बात बुधवार को विद्युत पेंशनर्स परिषद के वार्षिक अधिवेशन में पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने कही।
गांधी भवन सभागार में परिषद का 37वां वार्षिक अधिवेशन आयोजित किया गया। इसमें गोयल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि करीब 75 हजार सेवानिवृत्त कर्मियों के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने की दिशा में सरकार के आदेश के अनुसार कार्रवाई की जा रही है।
लखनऊ समेत जिलों में पेंशनर्स के घरों में मीटर लगाए गए हैं, लेकिन अभी संख्या कम है। उन्होंने पेंशनर्स से इस मुहिम का विरोध न करने की अपील भी की। उन्होंने आश्वस्त किया कि पेंशनर्स के बिजली और मेडिकल बिलों के भुगतान में किसी प्रकार की बाधा नहीं आने दी जाएगी। पेंशनर्स की उचित समस्याओं का निवारण प्राथमिकता पर किया जाता रहेगा।
अधिवेशन में पावर कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने कहा कि परिषद के प्रमुख महासचिव कप्तान सिंह की ओर से सौंपे गए मांग पत्र पर जल्द ही बैठक कर समाधान पर चर्चा की जाएगी। कार्यक्रम के दौरान 80 वर्ष या उससे अधिक आयु के पेंशनर्स को अंग वस्त्र और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अधिवेशन के दौरान मेडिकल बिलों में की जा रही कटौती पर पेंशनर्स ने गहरी नाराजगी जताई।
वक्ताओं ने गोरखपुर के पेंशनर जेई प्रशांत कुमार घोष का हवाला देते हुए बताया कि उनके पेसमेकर प्रत्यारोपण पर अस्पताल की ओर से करीब तीन लाख रुपये का बिल बनाया गया था। खंडीय कार्यालय ने जांच के बाद इसे घटाकर 1.22 लाख रुपये किया, जबकि पूर्वांचल निगम के एमडी ने केवल 88 हजार रुपये का भुगतान किया। पेंशनर्स ने यह भी आरोप लगाया कि नोएडा के एक प्रतिष्ठित नेत्र अस्पताल को पावर कॉर्पोरेशन की पैनल सूची में शामिल नहीं किया जा रहा है, जबकि वहां आंखों का उच्चस्तरीय उपचार उपलब्ध है। उन्होंने इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की।
