- डॉ. राजेश्वर सिंह का डिजिटल मिशन विस्तार – 16 केंद्रों तक पहुँचा अभियान, हर गाँव में निःशुल्क डिजिटल शिक्षा और ई-गवर्नेंस सेवाएँ
- सरोजनीनगर में खुलेंगे दो नए डिजिटल केंद्र – अब तक हजारों युवाओं को मिला निःशुल्क प्रशिक्षण, विधायक का लक्ष्य 100 केंद्रों के माध्यम से 50,000 युवाओं का सशक्तिकरण
- हर हाथ में हुनर, हर गाँव तक अवसर – सरोजनीनगर बन रहा उत्तर प्रदेश का पहला ‘डिजिटल सशक्तिकरण मॉडल विधानसभा’
लखनऊ। डिजिटल ज्ञान के युग में वही आगे बढ़ेगा, जो सीखने को अपनाएगा। इसी विचार को आगे बढ़ाते हुए सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने घोषणा की है कि नवंबर माह दो नए “रण बहादुर सिंह डिजिटल शिक्षा एवं युवा सशक्तिकरण केंद्र” की स्थापना की जाएगी, जिससे क्षेत्र में डिजिटल शिक्षा, ई-गवर्नेंस और रोजगार सशक्तिकरण को नई गति मिलेगी।
इन केंद्रों के खुलने के बाद विधानसभा क्षेत्र में ऐसे कुल 16 केंद्र संचालित होंगे जो डिजिटल स्किल्स, ई-गवर्नेंस सेवाओं और उद्यमिता प्रशिक्षण के समग्र केन्द्र के रूप में विकसित किए जा रहे हैं।
अब तक की प्रमुख उपलब्धियां:
* सरोजनीनगर विधानसभा में अब तक 14 केंद्र संचालित।
• MS Word, Excel, Tally, Graphic Design, Video Editing, एवं AI Crash Course जैसे आधुनिक डिजिटल विषयों में1000 से अधिक युवाओं ने प्राप्त किया प्रशिक्षण।
• प्रत्येक केंद्र पर 4 बैच प्रतिदिन निःशुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण संचालित।
* स्थानीय नागरिकों को उपलब्ध सुविधाएं – वोटर पंजीकरण, विधवा पेंशन, आय/जाति प्रमाण पत्र, फसल एवं स्वास्थ्य बीमा जैसी ई-गवर्नेंस सेवाएँ।
• सीएम युवा उद्यमी योजना में पंजीकरण कराकर युवाओं को ₹5.0 लाख तक का ब्याजमुक्त ऋण प्राप्त करने में सहयोग।
आगामी विस्तार योजनाएं:
• इस माह दो नए केंद्र खोले जाएंगे – एक बंथरा क्षेत्र में एवं एक शहर क्षेत्र में।
• इन नए केंद्रों में सोलर रजिस्ट्रेशन, वोटर कार्ड सहायता और अन्य नई सेवाएँ भी आरंभ की जाएंगी।
• लक्ष्य: वर्ष 2027 तक 100 डिजिटल शिक्षा एवं युवा सशक्तिकरण केंद्र स्थापित करना।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा, “ये केंद्र केवल प्रशिक्षण स्थल नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता, सम्मान और अवसर के प्रतीक हैं। मेरा लक्ष्य है कि सरोजनीनगर का हर नागरिक अपने गाँव या घर से ही सरकारी सेवाओं और डिजिटल सुविधाओं का लाभ उठा सके।”
दृष्टि : इन केंद्रों के माध्यम से सरोजनीनगर विधानसभा उत्तर प्रदेश की पहली ‘डिजिटल एवं युवा सशक्तिकरण मॉडल विधानसभा’ के रूप में उभर रही है, जहाँ हर ग्राम एक डिजिटल हब बन रहा है और हर युवा आत्मनिर्भर भारत का दूत बन रहा है।
