यूपी एसटीएफ ने अन्तर्राज्यीय स्तर पर ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से भारी मात्रा में ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन और निर्माण सामग्री बरामद की गई, जिसकी कीमत लगभग एक करोड़ रुपये बताई जा रही है। आरोपियों के खिलाफ गोमतीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह ने बताया कि रविवार शाम 5:30 बजे गोमतीनगर के उजरियांव के विजय खंड-1 स्थित गौसुल हसन के घर में छापा मारा गया। वहां से मूलत: बागपत के अलीगंज स्थित त्रिवेणीनगर निवासी कयूम अली और मड़ियांव के कदम रसूल वार्ड निवासी मो. इब्राहिम को पकड़ा गया है। उनके पास से 1018 शीशी (180 एमएल) ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन, 70 लीटर ऑक्सीटोसिन, 55 लीटर फिनायल, 27 लीटर विनेगर, 16,500 खाली शीशियां, 9 कैप सीलर, 3000-3000 एल्युमिनियम कैप व पैक, 2500 रबर कैप, 19 किलो नमक, एक फोनपे स्कैनर, तीन मोबाइल फोन और 790 रुपये बरामद किए गए हैं।
बिहार व गाजियाबाद से मंगाते थे ऑक्सीटोसिन पाउडर और पैकिंग सामग्री
एसटीएफ के डिप्टी एसपी ने बताया कि कुछ दिनों से बिहार से अवैध रूप में ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तस्करी कर लखनऊ और आसपास के जिलों में बेचने की सूचना मिल रही थी। इसके बाद सूचना जुटाई गई। रविवार को स्थानीय पुलिस और औषधि विभाग के साथ छापा मारा। गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया कि उनका गिरोह बिहार और गाजियाबाद से ऑक्सीटोसिन पाउडर और पैकिंग सामग्री मंगाकर लखनऊ व आस-पास के जिलों में करते थे।गिरोह के अन्य सदस्यों और आपूर्ति करने वालों की जानकारी जुटा रही है।
