अफगानिस्तान से प्याज की आवक बढ़ने से देश की राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के बाजारों में प्याज की कीमतों में तेजी पर ब्रेक लग गया है. दिल्ली में पिछले हफ्ते के मुकाबले इस हफ्ते प्याज के थोक दाम में 15 रुपये प्रति किलो की नरमी आई है.
दिल्ली की आजादपुर मंडी में बुधवार सुबह प्याज का थोक दाम 30-70 रुपये प्रति किलो था. मंडी के सूत्रों ने बताया कि आयातित प्याज का थोक भाव मंगलवार के मुकाबले पांच रुपये प्रति किलो नरम था. आजादपुर एपीएमसी की कीमत सूची के अनुसार, मंगलवार को भी प्याज का थोक भाव 30-70 रुपये प्रति किलो ही था, जबकि आवक 1082.2 टन थी, जिसमें 161.4 टन विदेशी प्याज की आवक रही.
क्यों आई कीमत में नरमी
कारोबारियों ने बताया कि अफगानिस्तान के अलावा तुर्की और मिस्र से भी व्यापारिक स्रोत से प्याज की आपूर्ति हो रही है, जिससे कीमतों में थोड़ी नरमी आई है.
महाराष्ट्र और गुजरात में प्याज की नई फसल की आवक तेज हो गई है. कारोबारी सूत्रों ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया कि दाम ऊंचा होने की वजह से किसान समय से पहले ही अपने खेतों से प्याज निकालने लगे हैं.
प्याज की आवक बढ़ने से थोक भाव में ही नरमी नहीं आई है, बल्कि खुदरा कीमत भी थम गई है. हालांकि देश के अधिकांश शहरों में अभी भी प्याज 100 रुपये किलो से ऊंचे भाव पर बिक रहा है. केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्रालय की वेबसाइट पर प्रकाशित कीमत सूची के अनुसार, देशभर में प्याज का अधिकतम खुदरा मूल्य मंगलवार को 150 रुपये और न्यूनतम 70 रुपये, जबकि मॉडल प्राइस 120 रुपये प्रति किलो था.
पिछले दिनों देश के कुछ हिस्सों में प्याज 200 रुपये किलो बिकने लगा था . दिल्ली-एनसीआर में भी प्याज का दाम 150 रुपये किलो तक चला गया था. हालांकि दिल्ली-एनसीआर में अभी भी फुटकर विक्रेता 70-120 रुपये किलो प्याज बेच रहे हैं.
केंद्र सरकार ने उठाए ये कदम
मालूम हो कि प्याज के दाम को थामने के लिए केंद्र सरकार ने एक लाख टन से ज्यादा प्याज का आयात करने का फैसला किया है और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एमएमटीसी ने अब तक 36,000 टन प्याज का आयात करने के ऑफर दिए हैं, जिनमें से 21,000 टन से ज्यादा के सौदे भी हो चुके हैं.
एमएमटीसी ने 6,090 टन प्याज मिस्र से और 15,000 टन तुर्की से मंगाने के सौदे किए हैं. इसके अलावा, 15,000 टन प्याज मंगाने के लिए तीन टेंडर जारी किए गए हैं.
