महानगर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक अजीब स्थिति देखने को मिली। चेन स्नेचिंग की बढ़ती घटनाओं के बीच महिला थाने के सामने सिविल लाइंस थाना क्षेत्र और दिल्ली रोड पर सड़क किनारे चेन खींचने के आरोप अब तक जेल जाने वाले अभियुक्तों के पोस्टर लगाए गए। लेकिन अधिकांश चेन खींचने की घटना होने वाले क्षेत्र सिविल लाइन क्षेत्र में पोस्टर को कुछ घंटों बाद ही उतरवा दिया गया। इसको लेकर आम जनमानस में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
सोमवार को लोकोशेड पुल और सिविल लाइन थाने क्षेत्र में महिला थाने के सामने लगाए गए पोस्टरों में कुछ संदिग्ध युवकों की तस्वीरें लगाई गई थीं। यह कदम नागरिकों से उनकी पहचान बताने के प्रयास में किया गया था। राहगीर इन पोस्टरों को देखकर हैरान रह गए, लेकिन कुछ ही देर बाद सिविल लाइंस थाने के सामने लगा पोस्टर हटा दिया गया।पोस्टर किसने लगाए और बाद में किसने हटाए इसका अब तक पता नहीं चल सका है।
इस संबंध में सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनीष सक्सेना ने पोस्टर लगाने की जानकारी से इंकार किया और कहा कि थाने स्तर से ऐसी कोई कार्रवाई नहीं कराई गई है। अचानक पोस्टर हटाए जाने की बाद से इसकी चर्चा हो रही है। लोगों का कहना है कि यदि यह पुलिस की पहल थी, तो उसे जारी रहना चाहिए था। जिससे महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जागरुकता बढ़े और अपराधियों पर दबाव बने।
