बारुद की गंध थोड़ा कम हुई। इस बार सिर्फ ग्रीन पटाखों का जोर है। त्योहारी बारिश के लिए सिल्वर रेन है जो आसमान में पहुंचकर पानी की बूंदों की तरह रोशनी फेंकती है। हेलीकॉप्टर भी आसमान में उड़ने को बेकरार है। इसकी खासियत यह है कि जमीन से ऊपर की ओर उठता है। आकाश में पहुंचकर अपने दायरे में रंगीन प्रकाश बिखेर देता है। कैमरा पटाखा मानो तस्वीर लेने को आतुर है लेकिन उसमें भी रंगीन रोशनी से आपका सामना होगा। बमबारा है तो ग्रीन पटाखों की जबरदस्त रेंज। दुबग्गा के अमेठिया सलेमपुर थोक पटाखा मंडी में जबरदस्त रौनक है। मंडी में खरीदारों की उपस्थिति से सुबह से रात तक उड़ता धूल का गुबार बता रहा है कि पटाखा व्यापार इस बार जोरदार है। कम दामों में तमाम ग्रीन वैरायटी बच्चों के लिए भी है।
लखनऊ आतिशबाजी वेलफेयर एसोसिएशसन के वरिष्ठ महामंत्री सतीश मिश्र ने बताया कि इस बार ग्रीन पटाखों के खरीदार ज्यादा हैं। ग्रीन क्रैकर्स पटाखे खूब बिक रहे हैं। इस साल हुई तेज बारिश ने इस बारूदी कारोबार की गति और आपूर्ति में कमी कर दी है। इसकी वजह से नए पटाखे की मैन्युफैक्चरिंग नहीं हो पाई है। व्यापार ठीक है। स्टार कलर, मल्टी कलर, क्रेकलिंग, स्टार फुलझड़ी, पीकॉक इत्यादि पटाखों की भरमार है। खासतौर पर इन ग्रीन पटाखों में फैंटासी फिश की भी मांग है। यह ग्रीन पटाखा लोगों की पसंद बना हुआ है। 25 पीस में होली जॉली है। यह ऊपर आसमान में जाकर फुलझड़ियों के रूप में फटता है और आवाज करता है। पटाखा कारोबारी इमरान अली भी तमाम रेंज की जानकारी देते हैं। ग्रीन पटाखे लोगों को लुभा रहे हैं।
